Marigold Plantation: त्योहार के दिनों में इस तरह बढ़ाएं गेंदे की पैदावार, बाजार में मिलेगी अच्छी कीमत

Plantation Tips and Tricks: नवरात्रि, दुर्गापूजा, दशहरा या दिवाली हो, हर पर्व पर पूजा, सजावट और माला बनाने के लिए लोग गेंदे का खूब इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में वो किसान जो गेंदे की खेती करते हैं , उनके लिए बहुत जरूरी है कि वे सही तकनीक और देखभाल से गेंदे की खेती करें ताकि छोटे से खेत में भी उन्हें अच्छी पैदावार मिल सके.

अनामिका अस्थाना
नोएडा | Published: 2 Oct, 2025 | 02:11 PM

Marigold Flower Farming: त्योहारों के मौसम में बाजार में गेंदे (Marigold) के फूलों की मांग सबसे ज्यादा रहती है. चाहे नवरात्रि, दुर्गापूजा, दशहरा या दिवाली हो, हर पर्व पर पूजा, सजावट और माला बनाने के लिए लोग गेंदे का खूब इस्तेमाल करते हैं. ऐसे में वो किसान जो गेंदे की खेती करते हैं , उनके लिए बहुत जरूरी है कि वे सही तकनीक और देखभाल से गेंदे की खेती करें ताकि छोटे से खेत में भी उन्हें अच्छी पैदावार मिल सकती है, जिससे बाजार में उपज की कीमत भी अच्छी मिलेगी. गेंदे की फसल से अच्छी पैदावार लेने के लिए किसानों को इन 5 टिप्स को अपनाना होगा और खेत ताजे, बड़े और आकर्षक फूलों से भर जाएगा.

1- सही किस्मों का चुनाव करें

गेंदे की खेती का मन बना रहे किसानों के लिए जरूरी है कि वे गेंदे की उन्नत किस्मों का चुनाव करें जो कि अच्छी पैदावार दे सकें. बता दें कि, त्योहारों के लिए अफ्रीकन मैरिगोल्ड (पीला/नारंगी रंग) और फ्रेंच मैरिगोल्ड (लाल-पीला मिश्रण) फूल सबसे ज्यादा बिकता है. इसलिए किसानों को सलाह दी जाती है कि वे गेंदे की खेती करने के लिए पूसा बसंती गेंदी (Pusa Basanti Genda), पूसा नारंगी गेंदा (Pusa Narangi Genda),African Giant, Gold Coin, Arka Bangara आदि किस्मों का चुनाव करें.

2- समय पर करें पौधों की रोपाई

गेंदे की फसल से अच्छी पैदावार लेना चाहते हैं तो बेहद जरूरी है कि किसान समय पर पौधों की रोपाई कर दें. बता दें कि, अगर किसान अक्टूबर से नवंबर के त्योहारों तक गेंदे की फसल को तैयार करना चाहते हैं तो जुलाई से अगस्त के बीच पौध तैयार कर लेना बेहतर होगा. रोपाई के लिए नर्सरी में बीजों को 20 से 30 दिन के लिए अंकुरण के बाद खेत में पौध को लगाएं.

Marigold Flower Farming

त्योहारों में बढ़ जाती है गेंदे की मांग (Photo Credit- Canva)

3- खाद का इस्तेमाल जरूर करें

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, गेंदे की खेती के लिए अच्छी जल निकासी वाली हल्की दोमट या रेतीली मिट्टी अच्छी रहती है. मिट्टी को तैयार करते समय प्रति एकड़ की दर से 10 टन सड़ी हुई गोबर की खाद मिलाना बहुत जरूरी है ताकि खेत की मिट्टी उपजाऊ हो सके और फसल को सही पोषण मिल सके. इसके अलावा खेत में डीएपी, म्यूरेट ऑफ पोटाश और यूरिया का भी सही इस्तेमाल करें.

4- टॉपिंग टेकनीक अपनाएं

फसल से अच्छी पैदावार लेने के लिए किसान टॉपिंग टेकनीक (Topping Technique) अपनाएं. इसमें जब पौधा 30-40 दिन का हो जाए तो उसकी ऊपरी कली हल्के हाथ से तोड़ दें. इससे पौधे में कई साइड ब्रांच विकसित होती हैं, जो ज्यादा फूल देती हैं.गेंदे की फसल में फूल बढ़ाने की ये सबसे महत्वपूरण ट्रिक है जिसकी मदद से गेंदे की पैदावार 20 से 25 फीसदी तक बढ़ जाती है.

5- सिंचाई का रखें खास खयाल

गेंदे की फसल को फूल आने के समय ज्यादा पानी की जरूरत होती है, इसलिए हर 7 स 10 दिन पर सिंचाई करें. लेकिन ध्यान रहे कि खेत में पानी जमने न पाए, ऐसी स्थिति में जड़ें सड़ सकती हैं और फसल खराब हो सकती है. इसके अलावा फसल को थ्रिप्स और एफिड्स जैसे कीटों से बचाने के लिए नीम तेल या इमिडाक्लोप्रिड दवा का छिड़काव करें.

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