Paddy Harvesting: देशभर में धान की खेती करने वाले किसान अब फसल की कटाई की तैयारी में जुट गए हैं. वहीं पंजाब और हरियाणा जैसे राज्यों में किसान अपनी धान की फसल को काट कर मंडियों तक भी पहुंचा चुके हैं. ऐसे में जो किसान धान की अगेती किस्मों की कटाई करने जा रहे हैं, उनके लिए ये समय बेहद ही संवेदनशील है. क्योंकि धान की कटाई फसल की क्वालिटी और बाजार में मिलने वाली कीमत पर बड़ा असर डालती है. इसलिए अगर किसान धान की कटाई से पहले कुछ जरूरी बातों का खयाल रखेंगे तो उनकी उपज की अच्छी कीमत मिल सकती है.
1-दाने पकने पर ही करें कटाई
धान की कटाई (Paddy Harvesting) करने से पहले बहुत जरूरी है कि किसान ये जांच लें कि धान के दाने पूरी तरह से पके हैं या नहीं. अगर धान के दाने पूरी तरह से पक गए हैं और उनका रंग सुनहरे पीले रंग में बदल गया है तो समझ लें कि धान की फसल कटाई के लिए तैयार है. बता दें कि, अगर धान को समय से पहले या बहुत जल्दी काट लिया जाए तो दानों में ज्यादा मात्रा में नमी रह जाती है, जिससे उपज की क्वालिटी पर बुरा असर पड़ेगा. फसल कटाई के समय दानों में 20 से 24 फीसदी तक नमी होनी चाहिए. इस समय कटाई करना इसलिए सही है क्योंकि दाने टूटते नहीं हैं और खराब भी नहीं होते.

बालियों का रंग सुनहरा पीला होने पर करें धान का कटाई (Photo Credit- Canva)
2- सही समय का चुनाव करें
धान की कटाई के लिए सही समय का चुनाव करना बेहद जरूरी है. किसानों को ये सलाह दी जाती है कि वे कटाई के लिए सुबह या शाम का ही समय चुनें क्योंकि, दिन के गर्म समय में कटाई करने से धान की नमी तेजी से उड़ सकती है, जिससे दाने फट सकते हैं. इसके अलावा दिन में धान की कटाई करने से दानों को नुकसान भी पहुंच सकता है. बता दें कि, अगेती मोटे धान की फसल (Paddy Crop)आमतौर पर रोपाई के लगभग 115 से 125 दिन बाद कटाई के लिए तैयार हो जाती है.
3- MSP खरीद के लिए कराएं पंजीकरण
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, जो भी किसान अपनी धान की उपज न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर बेचना चाहेत हैं, उनके लिए जरूरी है कि वे अपने राज्य की खाद्य एवं आपूर्ति विभाग की आधिकारिक वेबसाइट पर ऑनलाइन पंजीकरण करा लें. पंजीकरण के लिए किसानों के पास रजिस्टर्ड मोबाइल नंबर, आधार कार्ड, बैंक पासबुक और जमीन के कागज को होना जरूरी है.
4- धान कटाई की सही तकनीक
धान की कटाई करने वाले किसानों को ये सलाह दी जाती है कि वे चाहे हाथ या फिर मशीन से धान की कटाई करें तो बहुत ध्यान से करें ताकि दानें कम टूटें. जो किसान फसल कटाई के लिए कृषि उपकरणों (Agriculture Machines) का इस्तेमाल करते हैं , उनके लिए जरूरी है कि वे मशीन की सेटिंग सही रखें ताकि दानें कम बिखरें और न टूटें. किसानों को ध्यान रखना होगा कि कटाई के तुरंत बाद फसल को खुली जगह पर सूखने के लिए फैलाएं.

कटाई के बाद धान की फसल को सुखाना है जरूरी (Photo Credit-Canva)