दिल्ली की खेती को मिलेगा कृषि का दर्जा.. केंद्र और दिल्ली सरकार प्रस्ताव पर करेंगे चर्चा

दिल्ली के किसानों को जल्द ही खेती के लिए कृषि का दर्जा मिल सकता है. केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत यह आश्वासन दिया.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 11 Jun, 2025 | 06:55 PM

राष्ट्रीय राजधानी दिल्ली में खेती करने वाले किसानों के लिए खुशखबरी है. दिल्ली में खेती को जल्द ही कृषि का दर्जा मिलने वाला है. इसका ऐलान खुद केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान ने किया है. ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत दिल्ली के तिगीपुर में आयोजित ‘किसान चौपाल’ में अन्नदाताओं से बात करते हुए शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि कृषि मंत्री होने के चलते ये मेरी ड्यूटी और धर्म है कि दिल्ली के खेती को भी कृषि माना जाए और एग्रीकल्चर का दर्जा मिले. उन्होंने कहा कि इसके लिए मैं पहल करूंगा और दिल्ली सरकार के पास प्रस्ताव भेजूंगा.

दरअसल, ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ के तहत बातचीत के दौरान किसानों ने कृषि मंत्री के सामने अपनी परेशानी बताते हुए शिकायत की थी. उन्होंने कहा कि दिल्ली के कृषि को कृषि का दर्जा नहीं है. ऐसे में किसानों को मिलने वाली किसी भी तरह की सब्सिडी का लाभ उन्हें नहीं मिल रहा है. साथ ही उन्हें कृषि नंबर पर ट्रैक्टर नहीं मिलता, उन्हें कमर्शियल ट्रैक्टर खरीदने पड़ते हैं. ऐसे में ज्यादा टैक्स देने पड़ते हैं. किसानों ने केंद्रीय मंत्री से शिकायत की कि खेती करने के लिए बिजली भी कमर्शियल रेट पर मिलती है. इससे खेती की लागत बढ़ गई है.

फल-सब्जी की खेती में है ज्यादा मुनाफा


ऐसे में केंद्रीय कृषि मंत्री ने किसानों को आश्वस्त देते हुए कहा कि दिल्ली को कृषि दर्जा दिलाने के लिए वे दिल्ली सरकार से बातचीत करेंगे और इसके लिए प्रस्ताव भी भेजेंगे. उन्होंने कहा कि मुझे उम्मीद है कि आपकी समस्या का समाधान जल्द हो जाएगा. साथ ही उन्होंने बातचीत करते हुए कहा कि दिल्ली के किसानों को ज्यादा से ज्यादा फल और सब्जियों की खेती करनी चाहिए. इसके लिए आधुनिक तकनीक का भी इस्तेमाल करना चाहिए. केंद्रीय कृषि मंत्री ने कहा कि दिल्ली के गावों में कई किसान भाई धान की खेती करते हैं, लेकिन वे सब्जियां उगाएंगे, तो कई गुना मुनाफा बढ़ जाएगा.

किसानों की मेहनत देखनी है तो खेतों पर जाओ

इस दौरान शिवराज सिंह चौहान ने कहा कि अगर किसी को किसानों की मेहनत और मुश्किलें समझनी हैं तो उसे सीधे खेतों में जाकर देखना होगा. सिर्फ मंत्रालय में बैठकर खेती की सही स्थिति नहीं जानी जा सकती. उन्होंने कहा कि सरकार ने ‘विकसित कृषि संकल्प अभियान’ शुरू किया है. इस दौरान किसानों ने कई अच्छे नए तरीके अपनाए हैं, जिससे उनकी आमदनी कई गुना बढ़ी है. उन्होंने कहा कि खेती की योजनाएं सिर्फ दिल्ली में बैठकर नहीं बनाई जा सकतीं, इसके लिए जमीन पर जाकर किसानों से जुड़ना ज़रूरी है.

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Published: 11 Jun, 2025 | 06:45 PM

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