Paddy Procurement: धान खरीदी को आसान बनाने के लिए छत्तीसगढ़ की मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय सरकार ने ‘टोकन तुहार’ ऐप को अब 24 घंटे चालू रखने का फैसला किया है. इस फैसले के बाद किसानों को टोकन लेने के लिए किसी समय सीमा की पाबंदी नहीं रहेगी और वे अपनी सुविधा से कभी भी ऐप के जरिए टोकन बुक कर सकेंगे. यह कदम महासमुंद में टोकन न मिलने से परेशान एक बुजुर्ग किसान द्वारा आत्महत्या की कोशिश के कुछ दिन बाद उठाया गया है. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसे धान खरीदी को और सरल व सुविधाजनक बनाने की दिशा में बड़ा फैसला बताया है.
किसानों की सुविधा को प्राथमिकता देते हुए मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि अब ‘टोकन तुहार ऐप’ 24 घंटे उपलब्ध रहेगा. इससे टोकन बुक करने के लिए किसी तय समय की बाध्यता नहीं होगी और किसान दिन-रात किसी भी समय अपनी सुविधा से टोकन ले सकेंगे. उन्होंने कहा कि किसान अब अगले 20 दिनों यानी 13 जनवरी तक के लिए अग्रिम टोकन भी ले सकते हैं, जिससे धान बेचने की योजना बनाना आसान होगा. इस फैसले से भीड़, तकनीकी दबाव और समय की चिंता से राहत मिलने की उम्मीद है. वहीं, 2 एकड़ या उससे कम जमीन वाले किसानों के लिए टोकन लेने की अंतिम तारीख बढ़ाकर 31 जनवरी कर दी गई है.
किसानों की सुविधा के लिए उठाया गया कमद
मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि यह कदम छोटे और सीमांत किसानों को वास्तविक सुविधा देने और उनकी जरूरतों का सम्मान करने के उद्देश्य से उठाया गया है. किसानों के हितों को केंद्र में रखकर लिया गया यह फैसला राज्य सरकार की पारदर्शी, सरल और सुविधाजनक व्यवस्था के प्रति प्रतिबद्धता को और मजबूत करता है. उल्लेखनीय है कि 6 दिसंबर को छत्तीसगढ़ के महासमुंद जिले के सेनभाठा गांव के बुजुर्ग किसान मनबोध गरहा ने, परिवार के अनुसार धान बेचने के लिए टोकन न मिलने से परेशान होकर आत्महत्या का प्रयास किया था.
21 क्विंटल धान की खरीद की सीमा तय है
टोकन तुहार मोबाइल ऐप छत्तीसगढ़ के पंजीकृत किसानों को धान बेचने के लिए टोकन जारी करने की प्रक्रिया को आसान और डिजिटल बनाने के लिए शुरू किया गया है. इस ऐप के जरिए किसान अपनी पसंद की तारीख पर संबंधित खरीद केंद्र के लिए टोकन ले सकते हैं, हालांकि पहले इसमें समय सीमा की समस्या आ रही थी, जिसे अब दूर किया गया है. छत्तीसगढ़ सरकार 15 नवंबर से न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर धान की खरीद कर रही है. राज्य में धान खरीद किसानों के लिए एक महत्वपूर्ण प्रक्रिया है. किसानों से 3,100 रुपये प्रति क्विंटल की दर से धान खरीदा जा रहा है. प्रति एकड़ अधिकतम 21 क्विंटल धान की खरीद की सीमा तय की गई है. यह प्रक्रिया 31 जनवरी 2026 तक जारी रहेगी.