खाद बिक्री के लिए ई-टोकन सिस्टम लागू, कालाबाजारी रोकेगा डिजिटल तरीका, 6932 किसानों का रजिस्ट्रेशन

सरकार का दावा है कि किसानों के लिए पर्याप्त मात्रा में खाद का स्टॉक मौजूद है, लेकिन किसानों की शिकायत है कि खाद नहीं मिलती है. मामले की पड़ताल में कालाबाजारी और जमाखोरी वजह मिली है. अब इसकी रोकथाम के लिए राज्य सरकार ने डिजिटल तरीके से किसानों को खाद की बिक्री शुरू की है.

रिजवान नूर खान
नोएडा | Updated On: 12 Nov, 2025 | 11:17 AM

खाद की कालाबाजारी और जमाखोरी की सूचनाओं के बाद मध्य प्रदेश सरकार ने डिजिटल तरीके से खाद बिक्री शुरू करने का फैसला किया है. इसके चलते शिवपुरी जिले में ई-टोकन सिस्टम से किसानों को खाद का वितरण आज से शुरू हो गया. अन्य जिलों में भी यह प्रक्रिया लागू की जा रही है. राज्य सरकार की ओर से कहा गया है कि खाद की कालाबाजारी, मिलावटखोरी और जमाखोरी रोकने के लिए डिजिटल तरीका अपनाया जा रहा है.

शिवपुरी में किसानों को ई-टोकन से खाद वितरण शुरू

मध्य प्रदेश के शिवपुरी जिले में किसानों को उर्वरक की उपलब्धता में पारदर्शिता पक्की करने के लिए खाद वितरण हेतु ई-टोकन प्रणाली लागू की गई है. सोमवार को जिले में कुल 6932 किसानों ने ई-टोकन प्रणाली के तहत पंजीयन कराया है. इनमें से 3375 किसानों को सुगमता पूर्वक उर्वरक वितरित की गई है. इस प्रकार अब तक कुल 10792 किसानों के जरिए ई-टोकन प्रणाली में पंजीयन किया जा चुका है. वितरण प्रक्रिया व्यवस्थित और पारदर्शी बनाए रखते हेतु किसानों को केवल एक दिन में एक ही टोकन जारी किया जा रहा है.

उज्जैन सभी समितियों में खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध

उज्जैन के कलेक्टर रौशन कुमार सिंह ने एडीएम अत्येंद्र सिंह गुर्जर को निर्देश दिए कि सभी ब्लॉक और अनुभागों में खाद उपलब्धता की मॉनिटरिंग की जाए. उन्होंने कहा कि जिले की सभी समितियों में खाद और बीज की उपलब्धता पर्याप्त मात्रा में है. बैठक में भावांतर योजना के क्रियान्वयन की समीक्षा कर सभी एसडीएम को निर्देश दिए कि योजना के सफल क्रियान्वयन के लिए जिले की मंडियों का सतत निरीक्षण कर निगरानी रखे.

fertilizer stock in madhya pradesh

उज्जैन और छिंदवाड़ा के जिलाधिकारियों ने खाद स्टॉक, बिक्री पर बैठक की.

छिंदवाड़ा के किसानों को खाद की कमी नहीं होने दी जाएगी – कलेक्टर

रबी सीजन के सुचारू संचालन को लेकर छिंदवाड़ा जिले के कलेक्टर हरेंद्र नारायन ने खाद वितरण एवं भावांतर भुगतान योजना की नियमित समीक्षा की जा रही है. उन्होंने जिले में खाद की उपलब्धता की समीक्षा करते हुए सुचारु एवं पूरी पारदर्शिता के साथ वितरण के लिए जिला अधिकारियों को भी फील्ड में सक्रिय रहने एवं पुख्ता मॉनिटरिंग रखने के निर्देश दिए हैं. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिए कि किसानों को खाद वितरण में किसी भी प्रकार की परेशानी नहीं होनी चाहिए.

भरपूर खाद होने की जानकारी किसानों तक पहुंचाएंगे

सभी समितियां अपने-अपने क्षेत्र में पर्याप्त खाद का भंडारण सुनिश्चित करें और किसानों को उनकी जरूरत के अनुसार समय पर खाद उपलब्ध कराएं. इसके लिए उन्होंने महाप्रबंधक जिला केंद्रीय सहकारी बैंक को आगामी रैक प्राप्ति के एक सप्ताह पहले ही समितियों में खाद की मांग और उपलब्धता के अनुसार समुचित प्लानिंग तैयार रखने के निर्देश दिए. उन्होंने कहा कि जिले में उर्वरकों की रैक लगातार प्राप्त हो रही है, खाद पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध है, इसका व्यापक प्रचार-प्रसार भी किसानों के बीच कराया जाए. महाप्रबंधक जिला सहकारी बैंक को निर्देशित किया गया कि यह सुनिश्चित कराएं कि सभी समितियों में उर्वरकों का पर्याप्त भंडारण रहे.

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Published: 12 Nov, 2025 | 11:03 AM

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