UP में नकली खाद पैक करने वाली कंपनी का भंडाफोड़, 450 कट्टे जब्त.. कार्रवाई जारी

उत्तर प्रदेश के बिजनौर में नकली खाद बनाने वाली कंपनी का छापा मारा गया, 450 कट्टे जब्त हुए. हिसार, हरियाणा में फ्लाइंग स्क्वॉड ने डीएपी और यूरिया के स्टॉक में गड़बड़ी पाई. कृषि विभाग ने संबंधित डीलरों को नोटिस जारी किया और स्टॉक व गोदाम नियमों का उल्लंघन होने पर कार्रवाई का आदेश दिया.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 9 Nov, 2025 | 10:30 AM

Fake fertilizer: उत्तर प्रदेश के बिजनौर जिले में कृषि विभाग और प्रशासन की टीम ने नकली खाद की पैकिंग करने वाली कंपनी का भंडाफोड़ किया है. टीम ने शनिवार को कृष्णापुरम कॉलोनी में नकली खाद पैक करने वाले एक ठिकाने पर छापा मारा. छापेमारी में पता चला कि बिना पंजीकरण वाली कंपनी के नाम से बड़ी मात्रा में खाद पैक की जा रही थी. मौके से करीब 450 कट्टे जब्त किए गए. एसडीएम, पुलिस और कृषि विभाग की टीम ने पैकिंग रोककर सामान सील कर दिया और मजदूरों व संचालकों से पूछताछ की.

अधिकारियों का कहना है कि कंपनी कृषि विभाग में पंजीकृत नहीं थी और हो सकता है कि कट्टों में असली खाद  नहीं, बल्कि सस्ता मिश्रण भरा गया हो. जब्त किए गए नमूनों की लैब में जांच की जाएगी. जिला कृषि अधिकारी जसवीर तेवतिया ने कहा कि दोषियों की पहचान के बाद उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. साथ ही इस तरह की कंपनियों के खिलाफ लागातार छापेमारी जारी रहेगी, ताकि नकली खाद के कारोबार पर ब्रेक लगाया जा सके.

गोदाम रिकॉर्ड और वितरण में गड़बड़ी कर रहे हैं

वहीं, हरियाणा के हिसार में खाद की धड़ल्ले से कालाबाजारी हो रही है. मुख्यमंत्री फ्लाइंग स्क्वॉड ने हांसी में उर्वरक दुकानों पर छापा मारा और कई अनियमितताएं पाई. संबंधित डीलर को कृषि और किसान कल्याण विभाग ने जवाब देने के लिए नोटिस जारी किया  है. CM फ्लाइंग स्क्वॉड हिसार रेंज की इंचार्ज सुनेना, ASI सुरेंद्र और उपखंडीय कृषि अधिकारी डॉ. प्रीति वर्मा ने स्टॉक और गोदाम रिकॉर्ड की जांच की. सुनेना ने कहा कि टीम को सूचना मिली थी कि हांसी के कुछ उर्वरक डीलर स्टॉक, गोदाम रिकॉर्ड और वितरण में गड़बड़ी कर रहे हैं.

कड़ी कार्रवाई की जाएगी

निरीक्षण में देखा गया कि गोदाम में 248 डीएपी बैग थे, जबकि POS मशीन में 238 बैग दिखाए गए थे, यानी 10 बैग ज्यादा है. हालांकि, यूरिया के 3,750 बैग सही पाए गए. टीम ने यह भी देखा कि गोदाम में उर्वरक और गेहूं साथ-साथ रखे गए थे, जो नियमों का उल्लंघन है. स्टॉक डिस्प्ले बोर्ड गायब था और स्टॉक रजिस्टर अधूरा था. इन अनियमितताओं के आधार पर कृषि विभाग ने डीलर को नोटिस जारी किया. सुनेना ने कहा कि सरकार के निर्देशानुसार, सभी उर्वरक डीलरों  को अपनी दुकानों के बाहर स्टॉक बोर्ड लगाना अनिवार्य है और गोदाम का विवरण कृषि विभाग के लाइसेंस रिकॉर्ड में सही तरीके से दर्ज करना जरूरी है. डॉ. प्रीति ने कहा कि अगर कोई डीलर अन्य जिलों के किसानों को उर्वरक बेचते पाया गया, तो उनके खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

Published: 9 Nov, 2025 | 10:26 AM

गेहूं की उत्पत्ति किस क्षेत्र से हुई थी?

Side Banner

गेहूं की उत्पत्ति किस क्षेत्र से हुई थी?