उत्तर प्रदेश सरकार खरीफ सीजन में कृषि उत्पादन को दोगुना करने पर जोर दे रही है. इसी दिशा में काम करने के लिए लगातार संबंधित विभागों के अधिकारियों को नए दिशा-निर्देश दिए जा रहे हैं. इसी कड़ी में उत्तर प्रदेश के कृषि उत्पादन आयुक्त श्री दीपक कुमार की अध्यक्षता में हुई बैठक के दौरान खरीफ फसलों के लिए जरूरी तैयारी, उर्वरक और कीटनाशकों की उपलब्धता और किसानों को सरकारी योजनाओं का कितना लाभ मिल रहा है , इन सब अहम मुद्दों पर चर्चा की गई.
दलहनी फसलों के उत्पादन पर जोर
31982खरीफ मौसम में खेती को लेकर हुई बैठक में खाद्यान्न, दलहन और तिलहन उत्पादन को बढ़ाने पर जोर दिए गया. विशेष तौर पर दलहनी और तिलहनी फसलों की बढ़ोतरी पर जोर देने के निर्देश दिए गए. इसके साथ ही इस बात की भी समीक्षा की गई कि किसानों को उर्वरक और कीटनाशक पर्याप्त मात्रा में उपलब्ध कराए जा रहे हैं या नहीं. इस दौरान उन सराकरी योजनाओं पर भी चर्चा हुई जिनकी मदद से तिलहन और दलहन फसलों के बीजों की मिनीकिट, प्राकृतिक खेती, फार्मर रजिस्ट्री, पीएम किसान सम्मान निधि और मृदा स्वास्थ्य कार्ड को किसानों तक उपलब्ध कराना शामिल है.
4.58 लाख मिनीकिट देगी सरकार
किसानों को खरीफ फसलों की खेती के लिए उत्तर प्रदेश सरकार ने किसानों को उन्नत क्वालिटी वाले बीज उपलब्ध कराने के लिए 4 लाख 58 हजार मिनीकिट बांटने की योजना बनाई है. इस योजना के तहत उड़द, मूंग, अरहर की 1 लाख 5 हजार मिनी किट, तिल की 1 लाख मिनीकिट, मूंगफली की 6 हजार मिनीकिट और मोटे अनाजों की 2.47 लाख मिनीकिट दी जाएंगी. मोटे अनाजों में सांवा, कोदो, ज्वार, बाजरा, रागी जैसे अनाज शामिल हैं.
अनुकूल मौसम का उठाएं लाभ
उत्तर प्रदेश के कृषि आयुक्त ने अधिकारियों से बातचीत करते हुए इस बात पर जोर दिया कि इस साल खरीफ सीजन में मौसम के अनुकूल रहने की संभावना है. उन्होंने कहा कि इस अनुकूल मौसम का फायदा उठाकर इस साल दोहरा कृषि उत्पादन किया जा सकता है. बैठक के दौरान उन्होंने यह भी सुनिश्चित किया कि किसानों को उनके उत्पादन का सही दाम मिले और साथ ही फसलों की नई किस्मों के विकास की भी समीक्षा की गई.
1 ट्रिलिन डॉलर अर्थव्यवस्था को पाने का लक्ष्य
बता दें कि उत्तर प्रदेश के मुख्य मंत्री योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश की अर्थव्यवस्था को 1 ट्रिलियन डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य तय किया है. सीएम योगी के इस लक्ष्य को हासिल करने के लिए जरूरी है कि प्रदेश के कृषि उत्पादन को बढ़ाकर घरेलू सकल उत्पादन में योगदान दिया जाए. इसके साथ ही कृषि उत्पादन आयुक्त ने सभी अधिकारियों को निर्देश दिए कि वे ये सुनिश्चित करें कि कृषि उत्पादन को बढ़ाने के लिए सभी जरूरी काम समय पर पूरे किए जाएं.