सेब किसानों के लिए खुशखबरी..बनाए जाएंगे 5 कंट्रोल रूम, SDM तय करेंगे भाड़े का रेट

सेब सीजन के दौरान ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए एक खास ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान लागू किया जाएगा. सेब से लदे ट्रकों को शिमला शहर में आने की इजाजत नहीं होगी.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 17 Jun, 2025 | 01:13 PM

हिमाचल प्रदेश के शिमला जिले में प्रशासन आगामी सेब सीजन की तैयारियों को लेकर अभी से जुट गया है. सेब सप्लाई में किसानों को किसी तरह की कोई दिक्कत न हो, इसके लिए सड़कों की मरम्मत के साथ-साथ 5 कंट्रोल रूम भी बनाए जाएंगे. इसके अलावा भाड़ा तय करने के साथ-साथ कमीशन एजेंटों को लाइसेंस व पहचान पत्र देने का काम भी जल्द ही शुरू किया जाएगा.

दरअसल, सोमवार को जिला उपायुक्त अनुपम कश्यप की अध्यक्षता में एक समीक्षा बैठक हुई, जिसमें सेब तुड़ाई और परिवहन के दौरान व्यवस्था को बेहतर और सुचारू बनाए रखने पर चर्चा की गई. बैठक में अलग-अलग विभागों के अधिकारी शामिल हुए और लॉजिस्टिक्स, सड़कों की स्थिति, मजदूरों की उपलब्धता, पैकिंग सामग्री और विभागों के बीच तालमेल जैसे मुद्दों पर बात हुई, ताकि बागवानों को कोई परेशानी न हो.

15 जुलाई से शुरू हो जाएगा काम

उपायुक्त ने हिमाचल प्रदेश लोक निर्माण विभाग और नेशनल हाईवे अथॉरिटी को निर्देश दिए कि सड़क मरम्मत का काम तेजी से और समय पर पूरा किया जाए. उन्होंने यह भी कहा कि ओवरलोडिंग पर सख्ती से कार्रवाई की जाएगी, क्योंकि यह लोगों की सुरक्षा के लिए खतरा है. उन्होंने चेतावनी दी कि इस मामले में कोई ढिलाई नहीं बरती जाएगी. सीजन के दौरान बढ़ने वाली परिवहन गतिविधियों को ध्यान में रखते हुए जिले में पांच जगहों पर कंट्रोल रूम बनाए जाएंगे. फागू, बलग, शोघी, गुम्मा और कड्डू. इनमें से मुख्य कंट्रोल रूम फागू में होगा, जो 15 जुलाई से काम करना शुरू कर देगा.

कंट्रोल रूम्स में पर्याप्त स्टाफ तैनात करने के निर्देश

उपायुक्त अनुपम कश्यप ने सभी उपमंडल अधिकारियों (SDM) को इन कंट्रोल रूम्स में पर्याप्त स्टाफ तैनात करने के निर्देश दिए हैं. साथ ही, बागवानी विभाग के डिप्टी डायरेक्टर को फागू कंट्रोल रूम में टेलीफोन, फैक्स और सीसीटीवी जैसी सुविधाएं उपलब्ध करवाने को कहा गया है. वहीं, सभी SDM को निर्देश दिए गए हैं कि वे अपने-अपने क्षेत्रों में सड़कों की स्थिति, ईंधन की कीमतों और फलों की मात्रा को ध्यान में रखते हुए भाड़ा दरें तय करें. तय की गई दरें DC ऑफिस को मंजूरी के लिए भेजी जाएंगी और फिर लागू की जाएंगी. इस कदम का मकसद बागवानों और ट्रांसपोर्टरों के बीच विवाद को रोकना है.

भीड़भाड़ से बचने के लिए ट्रैफिक प्लान तैयार

सेब सीजन के दौरान ट्रैफिक जाम से निपटने के लिए एक खास ट्रैफिक मैनेजमेंट प्लान लागू किया जाएगा. सेब से लदे ट्रकों को शिमला शहर में आने की इजाजत नहीं होगी. इन्हें ढली-मेहली बायपास के रास्ते डायवर्ट किया जाएगा. साथ ही, सेब से भरे ट्रेलर को सुबह 5 बजे से रात 9:30 बजे तक ठियोग से शिमला के बीच चलने की अनुमति नहीं होगी. खाली पिकअप गाड़ियों को बेखल्टी के रास्ते भेजा जाएगा.

ड्राइवर और क्लीनर को भी पहचान पत्र दिए जाएंगे

बागवानों को धोखाधड़ी से बचाने के लिए कृषि विभाग और एपीएमसी (कृषि उपज विपणन समिति) को निर्देश दिए गए हैं कि कमीशन एजेंटों को पूरी जांच-पड़ताल के बाद ही लाइसेंस दें. सेब ढुलाई में लगे ड्राइवर और क्लीनर को भी पहचान पत्र (ID कार्ड) दिए जाएंगे. जिला प्रशासन ने भरोसा दिलाया है कि सेब की तुड़ाई शुरू होने से पहले ये सभी इंतजाम पूरे कर लिए जाएंगे, ताकि सीजन बिना किसी परेशानी के अच्छे से पूरा हो सके.

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Published: 17 Jun, 2025 | 01:11 PM

भारत में सबसे पहले सेब का उत्पादन किस राज्य में शुरू हुआ.

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