बिहार के किसान सीखेंगे ड्रैगन फ्रूट की खेती, सरकार दे रही फ्री ट्रेनिंग

बिहार सरकार किसानों की आय बढ़ाने के लिए ड्रैगन फ्रूट की खेती का मुफ्त प्रशिक्षण दे रही है. यह प्रशिक्षण वैशाली जिले के कृषि विज्ञान केंद्र, हरिहरपुर में 2 अप्रैल से शुरू होगा.

Kisan India
Noida | Published: 20 Mar, 2025 | 05:53 PM

बिहार सरकार किसानों की आय बढ़ाने और उन्हें आधुनिक खेती से जोड़ने के लिए लगातार नई प्रयास और योजनाएं चला रही है. इसी दिशा बिहार के वैशाली जिले में स्थित कृषि विज्ञान केंद्र, हरिहरपुर में 2 अप्रैल से ड्रैगन फ्रूट की खेती का मुफ्त प्रशिक्षण दिया जाएगा.इस प्रशिक्षण में किसानों को आधुनिक कृषि तकनीकों, उन्नत खेती के तरीके और बाजार में ड्रैगन फ्रूट की बढ़ती मांग से जुड़ी जानकारी दी जाएगी.

ड्रैगन फ्रूट की खेती क्यों है फायदेमंद?

यह एक बहुत ही लाभदायक और कम लागत वाली फसल है. यह कम पानी में भी आसानी से उगाई जा सकती है और इसकी बाजार में भारी मांग है. ड्रैगन फ्रूट को सुपरफूड माना जाता है, जिससे बाजार में यह काफी महंगा बिकता है. इसी कारण बिहार सरकार ने इसकी खेती को बढ़ावा देने के लिए किसानों को अनुदान पर बीज और पौधे उपलब्ध करा रही है.

कहां और कैसे मिलेगा प्रशिक्षण?

कृषि विज्ञान केंद्र, हरिहरपुर की ओर से यह 15 दिन की फ्री ट्रेनिंग प्रोग्राम आयोजित किया जा रहा है. जिसमें किसानों को ड्रैगन फ्रूट की खेती की पूरी प्रक्रिया सिखाई जाएगी, इस प्रक्रिया में

मिट्टी की तैयारी और सही जगह का चयन
सिंचाई प्रबंधन और खाद-उर्वरक का संतुलन
कीट और रोग नियंत्रण के आधुनिक उपाय
फसल की कटाई और स्टोरेज तकनीक
बाजार में बेचने के सही तरीके और अधिक मुनाफे के उपाय

कैसे करें आवेदन?

जो भी किसान ड्रैगन फ्रूट की खेती का प्रशिक्षण लेना चाहते हैं, वे 20 मार्च से 30 मार्च के बीच अपना आवेदन जमा कर सकते हैं. इसके लिए उन्हें कृषि विज्ञान केंद्र, हरिहरपुर में आधार कार्ड जमीन की रसीद, किसान रजिस्ट्रेशन प्रमाणपत्र , दो पासपोर्ट साइज फोटो जैसे दस्तावेजों के साथ जाना होगा.

किसानों के लिए बड़ा मौका

वैशाली जिले की मिट्टी को ड्रैगन फ्रूट की खेती के लिए उपयुक्त पाया गया है, इसलिए यह किसानों के लिए एक शानदार अवसर हो सकता हैं. कृषि विशेषज्ञों का कहना है कि यदि सही तकनीक से इसकी खेती की जाए, तो किसान कम लागत में ज्यादा मुनाफा कमा सकते हैं. यह फसल 5 से 6 महीने में तैयार हो जाती है और प्रति एकड़ 5-6 लाख रुपये तक की कमाई हो सकती है.

वैज्ञानिकों का क्या कहना है?

कृषि विज्ञान केंद्र, हरिहरपुर के वरिष्ठ वैज्ञानिक अनिल कुमार सिंह ने बताया कि यह प्रशिक्षण किसानों के लिए एक सुनहरा मौका है. उनका कहना है कि ड्रैगन फ्रूट की खेती बिहार में नई संभावनाएं ला सकती है. यह कम पानी में भी अच्छा उत्पादन देती है और बाजार में इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है. यदि किसान इसे अपनाते हैं तो उनकी आय में कई अधिक मुनाफा हो सकता है.

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