बारिश में गेंदे के फूलों से लद जाएगी फसल, इस खाद के इस्तेमाल से होंगे बड़े और चमकदार फूल

गेंदे के बीज चमकदार और काले रंग के होते हैं, जिन्हें एकेन कहते हैं.किसानों को हमेशा इसकी खेती करने के लिए उन्नत क्वालिटी वाले बीजों का चुनाव करना चाहिए .

नोएडा | Updated On: 4 Aug, 2025 | 07:34 AM

गेंदा का फूल (Marigold Flower) एक ऐसा फूल है जिसकी मांग बाजार में हर समय , हर सीजन में रहती है. कोई भी मांगलिक कार्यक्रम या धार्मिक अनुष्ठान गेंदे के फूल की सजावट के बिना पूरी तरह अधूरे हैं. गेंदे की मनमोहक खुशबू और बड़े चमकदार पीले फूल सजावच में चार चांद लगा देते हैं. क्योंकि बाजार में इसकी मांग हमेशा बनी रहती है इसलिए किसान इसकी खेती बड़ै पैमाने पर करते हैं. वहीं कीटों को पकड़ने के लिए भी इसके पौधे का इस्तेमाल किया किया जाता है.

कम समय के साथ कम लागत की फसल होने के कारण यह भारत की लोकप्रिय खेती बन गई है. गेंदे के फूल का आकार और रंग काफी आकर्षक होता है. लेकिन कई बार गेंदे की फसल पर कम फूल आते हैं और उनका आकार भी छोटा है . ऐसे में किसान खेत में सही खाद का इस्तेमाल कर बेहतर उपज पा सकते हैं.

सही खाद का करें इस्तेमाल

कई बार गेंदा की खेती करने वाले किसान इसलिए निराश हो जाते हैं क्योंकि उनकी फसल में आने वाले फूल आकार में छोटे और चमकदार नहीं होते हैं. ऐसे में अगर किसान गेंदे का आकार और उपज बढ़ाना चाहते हैं, तो गेंदे की खेती करते समय खेत में प्रति हेक्टेयर की दर से 200 से 250 क्विंटल गोबर की सड़ी हुई खाद डालें. किसान चाहें तो केमिकल खाद का भी इस्तेमाल कर सकते हैं. जिसमें 200 किलोग्राम नाइट्रोजन, 80 किलो फास्फोरस और पोटाश देने से फूलों का आकार बढ़ जाता है. किसानों को ध्यान रखान होगा कि फॉस्फोरस और पेटैशियम की पूरी मात्रा को खेती की तैयारी के समय ही डाल दें. जबकि नाइट्रोजन को तीन बराबर हिस्सों में बांट कर खेत में डालना चाहिए. एक हिस्सा क्यारी की तैयारी के समय और दो भाग पौध रोपण से 30 से 60 दिनों के बाद डालना चाहिए.

फूल आने का सही समय

गेंदे की खेती आमतौर पर गर्मी के मौसम की फसल मई महीने के मध्य से शुरू होकर बरसात के समय तक चलती है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार गेंदे की फसल में जून के महीने में इसमें सबसे अधिक फूलों का उत्पादन होता है. हालांकि बरसात के मौसम की फसल में फूलों का उत्पादन सितंबर मध्य से शुरू होकर लगातार दिसंबर तक चलता है. साथ ही सर्दियों के मौसम की फसल जनवरी मध्य से शुरू होकर मार्च तक फूलों का उत्पादन देती है.

ऐसे करें नर्सरी की तैयारी

गेंदे के बीज चमकदार और काले रंग के होते हैं, जिन्हें एकेन कहते हैं.किसानों को हमेशा इसकी खेती करने के लिए उन्नत क्वालिटी वाले बीजों का चुनाव करना चाहिए .साथ ही यह भी ध्यान रखना चाहिए कि बीज बहुत ज्यादा पुराने न हों क्योंकि साल भर बाद बीजों के अंकुरण प्रतिशत में कमी आने लगती है. बता दें कि, एक ग्राम बीज में औसतन 300-350 की संख्या में बीज होते हैं. गर्मी और बारिश के मौसम में पौध तैयार करने के लिए 250-300 ग्राम बीज प्रति एकड़ और सर्दी के मौसम में 150-200 ग्राम प्रति एकड़ बीजों की जरूरत पड़ती है.

Published: 4 Aug, 2025 | 06:00 AM

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