Pearl Test: मोतियों की चमक और खूबसूरती हर किसी को आकर्षित करती है. लेकिन बाजार में नकली मोतियों की भरमार के कारण असली और नकली को पहचानना कई बार मुश्किल हो जाता है. खासकर जब लोग महंगे दामों पर नकली मोती खरीद बैठते हैं. अगर आप मोती का हार, कंगन या झुमके खरीदने जा रहे हैं तो यह जानना बेहद जरूरी है कि जो मोती आप ले रहे हैं, वो असली हैं या नकली.
चिंता मत कीजिए! यहां हम आपको पांच आसान तरीके बता रहे हैं, जिनसे आप बिना किसी लैब टेस्ट के मोतियों की असलियत पहचान सकते हैं.
दांत से पहचान
यह सबसे आसान और पुराना तरीका है. किसी मोती को हल्के से अपने दांतों के किनारे पर रगड़ें. असली मोती दांत पर खुरदरे, रेतीले या सैंडपेपर जैसे अहसास देंगे. जबकि नकली मोती चिकने और कांच जैसे मुलायम लगेंगे.
लेकिन ध्यान रखें कि कुछ नकली मोतियों पर आजकल कोटिंग कर दी जाती है जिससे वे भी दांत पर खुरदरे लग सकते हैं. इसलिए केवल इसी टेस्ट पर निर्भर न रहें.
मोतियों को आपस में रगड़ना
अगर आप दांत से टेस्ट नहीं करना चाहते तो दो मोतियों को हल्के से आपस में रगड़ें. असली मोती रगड़ने पर हल्की किरकिराहट देंगे और कभी-कभी हल्का सा पाउडर (नैक्रे) निकल सकता है. वहीं नकली मोती आसानी से फिसल जाएंगे और कोई पाउडर नहीं निकलेगा.
ड्रिल होल की जांच
मोतियों में अक्सर धागा डालने के लिए छोटे छेद (drill hole) होते हैं. इन्हें ध्यान से देखें. असली मोती के छेद साफ और तेज किनारों वाले होते हैं, जिनमें हल्की परतें भी दिखाई दे सकती हैं. वहीं नकली मोती के छेद के आसपास रंग का जमाव, पेंट की परत या प्लास्टिक जैसा पिघला हुआ लुक होगा.
सतह और रंग
असली मोती पूरी तरह एक जैसे नहीं दिखेंगे. उन पर हल्की खामियां, दाग या छोटे उभार हो सकते हैं. रंग और चमक भी हर मोती में थोड़ी अलग होगी. यही उन्हें खास और यूनिक बनाता है. जबकि नकली मोती बिल्कुल एक जैसे, चिकने और बिना किसी खामी के होंगे. इनका रंग और चमक भी कृत्रिम और समान होगा. याद रखें, प्रकृति में बने मोती कभी भी पूरी तरह “एक जैसे” नहीं हो सकते.
वजन और तापमान
असली मोती हाथ में उठाने पर थोड़े भारी लगते हैं और छूने पर ठंडे महसूस होते हैं. नकली मोती (खासकर प्लास्टिक वाले) हल्के और जल्दी गर्म हो जाते हैं.
किन टेस्ट से बचना चाहिए?
कई लोग सिरके (vinegar) या खरोंच (scratch) टेस्ट का इस्तेमाल करते हैं. लेकिन ये तरीके असली मोतियों को नुकसान पहुंचा सकते हैं. सिरका असली मोतियों की परत घोल देता है और स्क्रैच टेस्ट उनकी सतह खराब कर देता है.
विशेषज्ञों की राय
स्काईमेट और GIA जैसी संस्थाओं के विशेषज्ञ मानते हैं कि असली पहचान केवल सतह, परत और रंग के अंतर से ही की जा सकती है. वहीं, सबसे आसान तरीका दांत से टेस्ट करना है, लेकिन इसे अन्य तरीकों के साथ मिलाकर देखना चाहिए.
कहां से खरीदें मोती?
मोतियों की असलियत पहचानना तो जरूरी है ही, लेकिन सबसे अहम है कि आप उन्हें विश्वसनीय ज्वेलर्स या भरोसेमंद ब्रांड से खरीदें. सर्टिफाइड ज्वेलरी शॉप या ऑनलाइन भरोसेमंद प्लेटफॉर्म से खरीदारी करने पर नकली मोती मिलने की संभावना बेहद कम हो जाती है.