इन तीन कामों से टमाटर से लद जाएगा पौधा, किसानों को होगी अच्छी पैदावार
अगर आपके किचेन गार्डन में लगे टमाटर के पौधे में फल नहीं आ रहे हैं तो आप रसोई में रखी दही का इस्तेमाल करें. बता दें कि बरसात के दिनों में टमाटर के पौधे में फूल झड़ना आम बात है.
खरीफ फसलों की खेती के लिए मॉनसून सीजन बेस्ट मानी जाती है. ऐसी बहुत सी फसलें हैं जिनके लिए बारिश का पानी बहुत ही फायदेमंद होता है. लेकिन बागवानी करने वाले किसानों और गार्डनिंग करने वालों के लिए ये मौसम समस्याएं खड़ी कर सकता है. खासकर जब बात टमाटर उगाने की हो, तो बरसात के मौसम में नमी, कीट और फफूंदी जैसी परेशानियों से कई बार कड़ी मेहनत के बाद भी पौधों में फल नहीं आते और जल्दी खराब हो जाते हैं. ऐसे में किसानों के लिए बेहद जरूरी है कि वो टमाटर की फसल की सही से देखभाल करें और समय रहते कुछ आसान सी टिप्स को अपनाकर पौधे की ग्रोथ को बढ़ा सकें.
समय से करें पौधों की कटिंग
बारिश के मौसम में टमाटर का पौधा बहुत तेजी से बढ़ता है और बढ़े हुए पौधे में टमाटर नहीं आते हैं.ऐसे में किसानों के लिए बेहद जरूरी हो जाता है कि वे समय-समय पर पौधे की जांच करते रहें. अगर टमाटर का पौधा जरूरत से ज्यादा बढ़ गया है तो उसकी अच्छे से कटाई करें. किसानों और गार्डनिंग करने वालों के लिए सलाह है कि वे पौधे की साइड ब्रांचेस को नियमित रूप से काटते रहें. ऐसा करने से पौधे में मौजूद पोषक तत्व फलों की तरफ डायवर्ट होते हैं और पौधा फलों से भर जाता है.
सही खाद का इस्तेमाल
किसी भी फसल या पौधों से बेहतर उत्पादन के लिए बेहज जरूरी है कि मिट्टी को सारे जरूरी पोषक तत्व मौजूद हों. इन्हीं पोषक तत्वों में जैविक खाद भी शामिल है. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, पौधे में टमाटर की ग्रोथ के लिए मिट्टी में नीम की खली, गोबर की खाद और राख मिलाकर डालें. बता दें कि , ये तीनों चीजें मिलकर मिट्टी की उर्वरक क्षमता को बढ़ाकर पौधों को जड़ों से मजबूत बनाते हैं. बारिश के दिनों में ट्टी जल्दी सड़ती है, इसलिए यह मिक्स पौधों को बचाना भी है और फल लाने में भी मदद करता है.
घरेलू उपाय का करें इस्तेमाल
अगर आपके किचेन गार्डन में लगे टमाटर के पौधे में फल नहीं आ रहे हैं तो आप रसोई में रखी दही का इस्तेमाल करें. बता दें कि बरसात के दिनों में टमाटर के पौधे में फूल झड़ना आम बात है. पौधों से फूलों के झड़ने को रोकने के लिए 1 लीटर पानी में 2 चम्मच दही मिलाकर स्प्रे कर दें. दही में मौजूद बैक्टीरियों की मदद से पौधों में नेचुरल ग्रोथ होती है, जिसके कारण फूल झड़ना बंद हो जाते हैं और फल बनने लगते हैं.