मछली पकड़ने का ये समय है बिल्कुल परफेक्ट, नहीं लौटेंगे खाली हाथ
अगर आप मछली पकड़ने जा रहे हैं तो सबसे जरूरी है सही समय का चयन. सही जगह और समय पर पहुंचकर मछुआरे अधिक मछलियां पकड़ सकते हैं और खाली हाथ लौटने की संभावना बेहद कम हो जाती है.
Fishing: अगर आप मछली पकड़ने जा रहे हैं और चाहते हैं कि खाली हाथ वापस न लौटें तो सबसे जरूरी है कि सही वक्त पर तालाब, नदी या झील के किनारे पहुंचें. क्योंकि मछलियां पूरे दिन नहीं, बल्कि कुछ खास समय पर ही खाना ढूंढने के लिए बाहर आती हैं. यही मौका होता है जब मछली पकड़ना सबसे आसान और फायदेमंद होता है. तो चलिए जानते हैं कि कौन से दो समय ऐसे हैं जब मछलियां आसानी से फंस जाती हैं और आपकी पकड़ भी ज्यादा हो सकती है.
सुबह-सुबह का समय क्यों है सबसे बढ़िया?
मछली पकड़ने वालों के लिए सुबह का समय सबसे सुनहरा माना जाता है. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, सूरज निकलने से पहले का समय यानी सुबह 4:30 से 7:00 बजे तक मछलियां खाने की तलाश में सतह के पास आ जाती हैं. खासकर गर्मियों में, पानी ठंडा रहता है और मछलियां सतह के पास तैरती हैं, जिससे उन्हें पकड़ना आसान हो जाता है.
अगर आप इस वक्त पानी के पास पहुंच जाते हैं तो बाकी लोगों से पहले अपनी पसंदीदा जगह पर कब्जा कर सकते हैं और शांत माहौल में ज्यादा मछलियां पकड़ सकते हैं. हां, सुबह उठना थोड़ा मुश्किल जरूर लग सकता है. लेकिन आपकी टोकरी मछलियों से भर जाएगी.
शाम को भी पानी में बढ़ती है हलचल
अगर आप सुबह जल्दी नहीं उठ सकते या व्यस्त रहते हैं तो चिंता की बात नहीं. सूरज ढलने से पहले का समय यानी शाम 5:30 से 7:30 बजे तक भी मछलियां काफी सक्रिय रहती हैं. यह समय गोधूलि कहलाता है. इस समय पानी का तापमान थोड़ा गिर जाता है और मछलियां फिर से सतह की ओर आती हैं.
बसंत और पतझड़ के मौसम में यह समय और भी खास हो जाता है. इन मौसमों में मछलियां अधिक छिछले पानी में घूमती हैं और आसानी से जाल या कांटे में फंस सकती हैं. वहीं, शाम के समय की हल्की ठंडी हवा, शांत वातावरण और डूबते सूरज की रोशनी भी आपको एक सुकून भरा अनुभव देती है.
सही मौसम और जगह का रखें ध्यान
केवल सही समय ही नहीं, बल्कि मौसम और जगह भी बहुत मायने रखते हैं. गर्मियों में सुबह और शाम दोनों ही वक्त मछलियां सक्रिय होती हैं. लेकिन बारिश या ठंड के मौसम में उनका मूवमेंट थोड़ा कम हो जाता है. ऐसे में अगर मौसम साफ है और हल्की धूप है, तो मछली पकड़ने का मजा दोगुना हो जाता है.
इसके अलावा, तालाब का किनारा, नदी की धारा वाला हिस्सा, या जलकुंभी और झाड़ियों के पास की जगहें मछलियों के छिपने और खाने के लिए आदर्श मानी जाती हैं.