दूध देने में नंबर वन, जानिए गुजरात की बन्नी भैंस की अनोखी कहानी और अफगान कनेक्शन

बन्नी भैंस गुजरात की एक अनोखी नस्ल है, जो कठिन हालात में भी भरपूर दूध देती है. अफगानिस्तान से आए मालधारी समुदाय द्वारा लाई गई यह भैंस पशुपालन व्यवसाय के लिए बेहद लाभकारी और टिकाऊ विकल्प बन चुकी है.

नोएडा | Updated On: 10 Aug, 2025 | 02:59 PM

भारत में भैंसों की कई बेहतरीन नस्लें हैं, लेकिन गुजरात की बन्नी भैंस ने अपनी खास खूबियों और जबरदस्त दूध उत्पादन के कारण सबका ध्यान खींचा है. यह भैंस सिर्फ अपनी मेहनती फितरत के लिए नहीं, बल्कि कठिन परिस्थितियों में भी ज्यादा दूध देने के लिए जानी जाती है. यही नहीं, इसका इतिहास भी बहुत रोचक है क्योंकि इस नस्ल की जड़ें अफगानिस्तान से जुड़ी हुई हैं. आइए समझते हैं कि आखिर क्या है बन्नी भैंस की खासियत और क्यों इसे भारत की दूध की रानी कहा जा सकता है.

कहां पाई जाती है बन्नी भैंस?

बन्नी भैंस मुख्य रूप से गुजरात के कच्छ जिले के बन्नी क्षेत्र में पाई जाती है. यही कारण है कि इसका नाम भी बन्नी पड़ा.

यह नस्ल करीब 500 साल पहले अफगानिस्तान के हलीब क्षेत्र से आए मालधारी समुदाय द्वारा लाई गई थी, जो भारत में आकर यहीं बस गए और भैंस पालन को आगे बढ़ाया.

बन्नी भैंस की पहचान क्या है?

बन्नी भैंस देखने में मजबूत और आकर्षक होती है:-

दूध देने में सबसे आगे

पालन की खास पद्धति

बन्नी भैंसों को आमतौर पर रात में चराई और दिन में आराम की पद्धति से पाला जाता है

Published: 10 Aug, 2025 | 04:21 PM

Topics: