बरसात में मुर्गी पालन बना चुनौती! नमी, फंगस और बर्ड फ्लू से कैसे बचाएं अपना बाड़ा, जानिए उपाय

बरसात का मौसम मुर्गी पालन करने वाले किसानों के लिए बड़ी चुनौती बन जाता है. इस दौरान बाड़े में बढ़ी नमी और उमस के कारण फंगस, मक्खी-मच्छर और बर्ड फ्लू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है.

धीरज पांडेय
नोएडा | Updated On: 1 Jul, 2025 | 05:39 PM

बरसात का मौसम सिर्फ राहत और हरियाली नहीं लाता, यह मुर्गी पालकों के लिए कई बीमारियों और चुनौतियों की वजह भी बनता है. इस मौसम में बाड़े में नमी और तापमान बढ़ जाता है, जिससे फंगस, मक्खी- मच्छर और बर्ड फ्लू जैसी बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है. अगर समय रहते सावधानी न बरती तो न सिर्फ मुर्गियों की सेहत पर असर पड़ता है, बल्कि पालन करने वाले किसान को बड़ा नुकसान भी हो सकता है.

बाड़े में नमी रोकना है पहली जरूरत

बारिश के समय बाड़े में पानी टपकने या रिसने लगता है, जिससे मुर्गियों की बिछावन गीली हो जाती है और फंगस, सड़न व बीमारी की आशंका बढ़ जाती है. इससे बचाव के लिए पहले से ही बाड़े में प्लास्टिक शीट या वाटरप्रूफ पर्दा लगाना चाहिए. ध्यान दें कि पर्दा जाली से 1.5 से 2 फीट की दूरी पर हो, ताकि पानी का रिसाव सीधे बिछावन पर न गिरे.

मक्खी-मच्छर से कैसे करें बचाव?

बरसात में नमी और गंदगी से बाड़े में मक्खी-मच्छर बढ़ जाते हैं, जो मुर्गियों में बीमारी फैलाते हैं. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, इससे बचने के लिए बीट पर फिनाईल डालें और बाड़े के बाहर मैलाथियान का स्प्रे करें. अगर बाड़े के पास कोई खाली गड्ढा है तो उसे मिट्टी से भर दें, वरना वहां पानी जमा होकर मक्खियों के पनपने की जगह बन जाती है.

पेट की गड़बड़ी और इन्फेक्शन से कैसे बचाएं?

बरसात के दौरान मुर्गियों में पेट खराबी की समस्या भी आम है. इससे अन्य मुर्गियों में भी संक्रमण फैल सकता है. ध्यान दें कि इससे बचाव के लिए शाम को पिपराजीन साल्ट पिलाना चाहिए, जो पेट के कीड़ों को खत्म करता है और संक्रमण को फैलने से रोकता है.

बाड़े की साफ-सफाई है सबसे अहम

बरसात में अगर बाड़े की रोज सफाई न की जाए तो नमी और गंदगी मिलकर मुर्गियों को बीमार कर देती है. इसलिए हर दिन बिछावन सूखा और साफ रखें. ध्यान दें कि जहां पानी जमा हो गया हो, वहां सूखा चूना या राख डालें ताकि नमी खत्म हो. साथ ही, मुर्गियों का खाना और पानी हमेशा साफ-सुथरी जगह पर ही रखें, ताकि बीमारी का खतरा न हो.

बर्ड फ्लू से बचाव के लिए साफ पानी जरूरी

बरसात में गंदा पानी और संक्रमित टंकी बर्ड फ्लू जैसी घातक बीमारियों का कारण बन सकती है. ऐसे में पानी की टंकी को बारिश से पहले अच्छी तरह साफ करें. इसके अलावा, टंकी में पानी भरने के बाद उसमें ब्लीचिंग पाउडर या पोटैशियम परमैगनेट डालना जरूरी है. ध्यान दें कि मुर्गियों को सिर्फ साफ और ताजे पानी का ही सेवन कराएं.

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Published: 1 Jul, 2025 | 05:38 PM

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