धान कटाई के समय इन 10 बातों का रखें खयाल, नहीं टूटेगा चावल का दाना.. मार्केट में मिलेगा ज्यादा रेट

उत्तर प्रदेश समेत कई राज्यों में बासमती धान की कटाई जारी है. सही नमी पर कटाई, सावधानी से सुखाना और मिलिंग से पहले धान को स्टोर करना जरूरी है, ताकि चावल की टूट-फूट कम हो और गुणवत्ता बेहतर बनी रहे. इससे बाजार में बासमती चावल को अच्छा मूल्य मिल सकता है.

नोएडा | Updated On: 10 Oct, 2025 | 11:56 AM

Paddy Harvesting: उत्तर प्रदेश सहित कई राज्यों में बासमती धान की कटाई तेजी से हो रही है. अगर किसान इस समय जरूरी सावधानियां नहीं बरतेंगे, तो प्रोसेसिंग के समय चावल के दाने टूट सकते हैं. इससे मार्केट में ज्यादा रेट नहीं मिलेगा. इसलिए धान कटाई के समय धान की गुणवत्ता अच्छी बनाए रखना बहुत जरूरी है. अगर कटाई और उसके बाद की प्रक्रिया को सही तरीके से किया जाए, तो बासमती चावल को बाजार में बेहतर दाम मिल सकता है.

एक्सपर्ट के मुताबिक, उत्तर प्रदेश, हरियाणा और पंजाब में किसान बड़े स्तर पर बासमती धान  की खेती करते हैं. क्योंकि इसकी मांग सिर्फ भारत में ही नहीं, विदेशों में भी काफी ज्यादा है. भारत दुनिया में सबसे ज्यादा बासमती चावल का निर्यात करता है. ऐसे में अगर किसान अपनी फसल से अच्छा मुनाफा कमाना चाहते हैं, तो उन्हें कटाई के समय कुछ जरूरी बातों का ध्यान रखना चाहिए. सही समय पर और सही तरीके से कटाई  करने से चावल की गुणवत्ता बेहतर रहती है, जिससे मिलर को ज्यादा और अच्छा चावल मिलता है. ऐसे में मिलर भी किसानों से ऊंचे दाम पर फसल खरीदने को तैयार रहता है.

धान कटाई से पहले इन बातों का रखें खाल

4 हफ्ते तक करें स्टोर

कटाई के समय कोशिश करें कि खेत में नुकसान कम से कम हो. मशीन की सेटिंग सही रखें, ताकि कोई भी दाना खेत में न छूटे. इसके अलावा, धान को मिलिंग  से पहले कम से कम 3 से 4 हफ्ते तक स्टोर करें. इससे दाने मजबूत होते हैं और चावल की गुणवत्ता बेहतर होती है, जिससे बाजार में अच्छा दाम मिल सकता है.

Published: 10 Oct, 2025 | 11:54 AM

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