घर में उगाई गई ताजी सब्जियों से बड़ी खुशी मिलती है, लेकिन इसके साथ कुछ अनचाहे मेहमान भी आ जाते हैं जैसे इल्ली यानी कैटरपिलर. ये हरे रंग के छोटे-छोटे कीड़े पत्तियों को चट कर जाते हैं और पूरी फसल बर्बाद कर सकते हैं. लेकिन घबराने की जरूरत नहीं है! अगर सही समय पर सही उपाय अपनाए जाएं, तो इनसे छुटकारा पाना आसान हो सकता है. आइए जानते हैं कुछ असरदार और आसान तरीके जिनसे आप अपनी सब्जियों को इन इल्लियों से बचा सकते हैं.
1. पहले पहचानें, कौन सी इल्ली है?
हर इल्ली एक जैसी नहीं होती. कुछ खास सब्जियों को ही नुकसान पहुंचाती हैं और उनका इलाज भी अलग हो सकता है. इसलिए सबसे पहले यह पहचानें कि आपके बगीचे में कौन सी इल्ली आ रही है. इसके लिए आप इंटरनेट पर उनकी फोटो देखकर तुलना कर सकते हैं या किसी स्थानीय किसान या एक्सपर्ट से सलाह ले सकते हैं.
2. हाथों से चुनकर हटाना
अगर आपका बगीचा छोटा है, तो सबसे आसान और असरदार तरीका है इल्लियों को हाथों से चुनकर हटाना. सुबह जल्दी या शाम को जब वे कम एक्टिव होती हैं, तब पौधों की पत्तियों (खासतौर पर नीचे की ओर) को ध्यान से देखें और जो इल्ली दिखे, उसे एक बाल्टी साबुन मिले पानी में डाल दें. इससे वे मर जाएंगी और आपकी फसल सुरक्षित रहेगी.
3. प्राकृतिक तरीके
प्रकृति में कुछ ऐसे कीड़े और पक्षी होते हैं जो इल्लियों को खाते हैं जैसे लेडीबग, लेसविंग, परजीवी ततैया और चिड़िया. आप अपने बगीचे में फूल लगाकर, पक्षियों के लिए दाना-पानी और घोंसले का इंतजाम करके इन प्राकृतिक मित्रों को बुला सकते हैं. इसके अलावा आप Bacillus thuringiensis (Bt) जैसे जैविक बैक्टीरिया या फायदेमंद नेमाटोड्स का भी इस्तेमाल कर सकते हैं, जो खासकर इल्लियों को मारते हैं और बाकी पौधों या इंसानों को नुकसान नहीं पहुंचाते.
4. फिजिकल सुरक्षा
अपने पौधों को हल्के जाल या कपड़े से ढकना भी एक अच्छा उपाय है. इसे रो कवर कहा जाता है. यह इल्ली को पौधों तक पहुंचने से रोकता है. ध्यान रखें कि ये जाल या कवर चारों तरफ से अच्छे से बंद हो, ताकि कोई कीड़ा अंदर न जा सके. समय-समय पर इसे चेक करते रहें कि कहीं कोई छेद तो नहीं हो गया.
5. जैविक स्प्रे का इस्तेमाल
अगर इल्लियां बहुत ज्यादा हो जाएं, तो आप जैविक स्प्रे का इस्तेमाल कर सकते हैं. जैसे नीम का तेल, स्पिनोसैड या पाइरेथ्रिन. ये स्प्रे इल्लियों के लिए जहरीले होते हैं लेकिन इंसानों और अच्छे कीड़ों के लिए सुरक्षित माने जाते हैं, अगर सही तरीके से इस्तेमाल किए जाएं. स्प्रे करते समय यह ध्यान रखें कि फूलों पर न छिड़कें ताकि परागण करने वाले कीड़े (जैसे मधुमक्खी) सुरक्षित रहें.
6. फसल चक्र और सफाई
हर साल एक ही जगह पर एक ही फसल उगाने से कीड़ों का खतरा बढ़ता है. इसलिए हर साल फसल बदलते रहें यानी क्रॉप रोटेशन करें. साथ ही बगीचे में गिरी पत्तियों या सूखे पौधों को हटाते रहें, क्योंकि वहीं इल्ली के अंडे या प्यूपा छिपे होते हैं जो आगे चलकर फिर से नुकसान कर सकते हैं.