खेती करने वाले किसानों के लिए यह तय कर पाना हमेशा आसान नहीं होता कि कौन-सी फसल ज्यादा फायदेमंद होगी और लंबे समय तक मुनाफा देगी. अगर आप भी ऐसी ही किसी खेती की तलाश में हैं जो एक बार लगाकर सालों तक आय दे सके, तो रामबुतान आपके लिए एक बेहतरीन विकल्प हो सकता है. यह एक विदेशी फल है जिसकी खेती से किसान एक ही पेड़ से ₹70,000 तक की कमाई कर सकते हैं.
आइए जानते हैं रामबुतान की खेती कैसे की जाती है, इसे उगाने के लिए क्या-क्या जरूरी है और इससे आपको किस तरह की कमाई हो सकती है.
रामबुतान क्या है?
रामबुतान एक स्वादिष्ट और पौष्टिक विदेशी फल है जिसकी उत्पत्ति मलेशिया से मानी जाती है. धीरे-धीरे यह फल दुनिया के अलग-अलग देशों में उगाया जाने लगा और अब भारत में भी इसकी खेती का चलन बढ़ रहा है. खास बात यह है कि एक बार पेड़ तैयार हो जाए तो इससे करीब 50 साल तक फल और कमाई ली जा सकती है.
खेती के लिए अनुकूल जलवायु
इसकी खेती के लिए वह जगह उपयुक्त मानी जाती है जहां तापमान 20°C से 35°C के बीच हो. ज्यादा ठंड या ज्यादा गर्मी वाले इलाकों में यह फसल सही नहीं पनपती.
रामबुतान की खेती का तरीका
- रामबुतान की खेती शुरू करने से पहले खेत की अच्छे से जुताई करनी चाहिए और मिट्टी को भुरभुरा बनाना चाहिए.
- इसकी खेती दो तरीकों से की जा सकती है- बीज से या सीधे पौधा लगाकर. अगर आप बीज से शुरुआत करते हैं, तो फल आने में लगभग सात साल का समय लग सकता है. वहीं, अगर आप तैयार पौधा नर्सरी से लाते हैं, तो महज तीन साल में ही फल मिलना शुरू हो जाता है.
- रामबुतान के पेड़ बड़े होते हैं, इसलिए एक पौधे से दूसरे के बीच करीब 10 मीटर की दूरी रखना जरूरी है. एक एकड़ में अधिकतम 30 पेड़ लगाए जा सकते हैं ताकि हर पेड़ को पर्याप्त जगह मिले और फल अधिक आएं.
- देखरेख के मामले में रामबुतान ज्यादा मेहनत नहीं मांगता. साल में एक बार अच्छी खाद और समय-समय पर कीटनाशकों का छिड़काव काफी होता है.
- सिंचाई के लिए आप ड्रिप सिस्टम का उपयोग कर सकते हैं या पारंपरिक तरीकों से भी पानी दे सकते हैं. एक बार पेड़ लग जाए तो इसकी देखभाल आसान है और लागत भी ज्यादा नहीं आती.
रामबुतान से कमाई का गणित
रामबुतान की सबसे बड़ी खासियत यह है कि एक बार लगाया गया पेड़ लगातार 50 साल तक फल देता है. आमतौर पर यह जून से अगस्त के बीच तैयार होता है, जब बाजार में ज्यादा फल उपलब्ध नहीं होते. इसलिए यह बाजार में अच्छी कीमत पर बिक जाता है. थोक में इसकी कीमत ₹200 प्रति किलो होती है, लेकिन अगर आप इसे अच्छी पैकेजिंग में बेचते हैं, तो ₹350 प्रति किलो तक कीमत मिल सकती है.
एक तैयार पेड़ से हर साल लगभग 200 किलो तक फल मिलते हैं. ऐसे में अगर आप ₹350 प्रति किलो की दर से बिक्री करते हैं तो एक पेड़ से सालाना ₹70,000 तक की कमाई हो सकती है. जहां तक लागत की बात है, तो एक पौधे की कीमत ₹50 से ₹100 के बीच होती है. साथ ही सालाना खाद और कीटनाशक पर करीब ₹20,000 तक का खर्च आता है. कुल मिलाकर देखा जाए तो खर्च कम और मुनाफा बहुत अधिक है.