यूपी ने गेहूं खरीद में तोड़ा रिकॉर्ड, 9.26 लाख मीट्रिक टन गेहूं की हुई खरीद

गेहूं की खरीद 17 मार्च 2025 से शुरू हुई थी और यह प्रक्रिया 15 जून 2025 तक जारी रहेगी. इस बार यूपी में कुल 5,852 खरीद केंद्र बनाए गए हैं, जहां किसानों को अपनी फसल बेचने की सुविधा मिल रही है.

नई दिल्ली | Published: 9 May, 2025 | 10:18 AM

उत्तर प्रदेश ने गेहूं खरीद के मामले में एक और नया रिकॉर्ड बनाया है. राज्य सरकार ने 8 मई 2025 तक 1.73 लाख किसानों से 9.26 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी है. यह आंकड़ा पिछले साल की तुलना में काफी अधिक है, क्योंकि 2024 में इसी समय तक सिर्फ 6.88 लाख मीट्रिक टन गेहूं खरीदी गई थी. इस साल गेहूं की खरीद में जबरदस्त बढ़ोतरी देखी गई है.

क्या है इस बढ़ोतरी का कारण?

इस साल रबी विपणन वर्ष 2025-26 में गेहूं की खरीद का आंकड़ा बढ़ने के पीछे सरकार की अच्छी योजना और किसानों की भागीदारी है. 4,46,725 किसानों ने इस साल पंजीकरण कराया है, जिससे यह दिखता है कि किसानों ने गेहूं बेचने के लिए सरकारी खरीद केंद्रों पर भरोसा जताया है.

किसानों को मिल रहा है पूरा लाभ

यूपी सरकार ने किसानों को समय पर सही दाम देने के लिए न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) ₹2,425 प्रति क्विंटल तय किया है. इसके तहत किसानों को उनकी फसल का उचित मूल्य मिल रहा है. इस प्रक्रिया से अब तक सरकार ने ₹2,045 करोड़ से ज्यादा की राशि किसानों के खातों में डीबीटी (प्रत्यक्ष लाभ अंतरण) के माध्यम से भेजी है.

खरीद का समय और केंद्र

गेहूं की खरीद 17 मार्च 2025 से शुरू हुई थी और यह प्रक्रिया 15 जून 2025 तक जारी रहेगी. इस बार यूपी में कुल 5,852 खरीद केंद्र बनाए गए हैं, जहां किसानों को अपनी फसल बेचने की सुविधा मिल रही है.