मॉनसून में घर पर ही लगाएं नींबू का पौधा, जरूरी है सही किस्म का चुनाव

नींबू की खेती के लिए ऐसा गमला चुनें जो कम से कम 16 से 18 इंच गहरा और चौड़ा हो. नींबू की जड़ों को फैलने के लिए जगह चाहिए होती है और साथ ही अच्छी जलनिकासी भी जरूरी है. अगर बारिश का पानी गमले में जमा हो जाए तो जड़ें सड़ सकती हैं.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 5 Jul, 2025 | 07:57 PM

अगर आप अपने घर के बगीचे में कोई नया पौधा लगाने की सोच रहे हैं, तो मॉनसून का मौसम इसके लिए सबसे सही समय है. खासतौर पर नींबू का पौधा- जो देखने में सुंदर होता है, खुशबूदार भी होता है और रसोई में कई तरह से इस्तेमाल में लाया जाता है. जो लोग बालकनी या रसोई की खिड़की पर गमलों में पौधों की देखभाल करना पसंद करते हैं, उनके लिए अपने लगाए हुए पौधे पर फल लगते देखना एक बेहद संतोषजनक अनुभव होता है. घर में नींबू का पौधा लगाना एक बेहतरीन ऑप्शन है, क्योंकि यह फल भी देता है और इसे कम देखभाल की जरूरत होती है. तो अगर आप होम गार्डनिंग का शौक रखते हैं तो आप नींबू का पौधे का चुनाव कर सकते हैं.

सही किस्म का चुनाव

नींबू की फसल से अच्छा उत्पादन पाने के लिए बेहद जरूरी है कि किसान इसकी उन्नत किस्मों का चुनाव करें. किसान अपनी जगह और जलवायु के अनुसार नींबू की सही किस्म चुनें. नींबू लगाने से पहले यह समझना जरूरी है कि हर किस्म छोटे स्थान या गमले में उगाने के लिए सही नहीं होती. कागजी नींबू, यूरेका या मेयर नींबू जैसी कॉम्पैक्ट किस्में घरेलू बागवानी के लिए बेस्ट होती हैं. ये पौधे छोटे आकार में रहते हैं लेकिन अच्छी मात्रा में फल देते हैं. किसान चाहें तो नींबू को बीज से उगा सकते हैं, लेकिन इसमें फल आने में कई साल लग जाते हैं. अगर किसान नींबू के पौधे से अच्छी पैदावार करना चाहते हैं तो अपने आसपास के इलाके में बनी नर्सरी से एक स्वास्थ और कीट मुक्त पौधा लेना बेहतर है.

सही गमला और मिट्टी का चुनाव

नींबू की खेती के लिए ऐसा गमला चुनें जो कम से कम 16 से 18 इंच गहरा और चौड़ा हो. नींबू की जड़ों को फैलने के लिए जगह चाहिए होती है और साथ ही अच्छी जलनिकासी भी जरूरी है. अगर बारिश में पानी गमले में जमा हो गया तो जड़ें सड़ सकती हैं. टेराकोटा या सिरेमिक के गमले का इस्तेमाल करें जिसमें जल निकासी की उचित व्यावस्था हो. गमले को ईंटों या स्टैंड पर रखें ताकि अतिरिक्त पानी आसानी से बाहर निकल सके. नींबू उगाने के लिए हल्की अम्लीय मिट्टी सही होती है. इसके लिए आप बगीचे की मिट्टी, जैविक खाद, रेत या कोकोपीट मिलाकर एक अच्छा मिश्रण तैयार कर सकते हैं.

पौधों को लगाने का तरीका

जब गमला और मिट्टी तैयार हो जाएं, तो पौधे को धीरे-धीरे लगाएं. मिट्टी में जड़ों से थोड़ा बड़ा गड्ढा बनाएं, पौधा उसमें रखें और चारों ओर मिट्टी भर दें. मिट्टी को हल्के से दबाएं और फिर अच्छी तरह से पानी दें, लेकिन ज्यादा पानी देने से बचें. मॉनसून के सीजन में पहले से ही पर्याप्त मात्रा में बारिश होती है जिसके कारण पौधे को बार-बार पानी देने की जरूरत नहीं होती है. सिंचाई करने से पहले मिट्टी की नमी को जरूर जांच लें. लेकिन जरूरत से ज्यादा पानी देने से बचें ताकि पौधे खराब होने से बचें.

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