गुजरात में MSP का असर दिखा, सिर्फ 11 दिनों में 1,177 करोड़ की मूंगफली खरीदी

गुजरात के कई हिस्सों में सितंबर और अक्टूबर के दौरान बेमौसम बारिश ने खरीफ फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया. कई किसानों की उपज आधी से भी कम रह गई, जबकि कुछ की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. ऐसे मुश्किल समय में सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए दो बड़े सहायता पैकेजों की घोषणा की.

नई दिल्ली | Published: 20 Nov, 2025 | 08:00 AM

Msp Purchase: इस साल गुजरात के किसान खराब मौसम, अनियमित बारिश और खेतों में खड़ी फसलों के नुकसान से बुरी तरह प्रभावित हुए. ऐसे समय में राज्य सरकार ने किसानों को आर्थिक सहारा देने और उनकी उपज को सही दाम दिलाने के लिए तेजी से कदम उठाए हैं. पिछले 11 दिनों में सरकार ने रिकॉर्ड स्तर पर मूंगफली की खरीद की है, जो किसानों के लिए एक बड़ी राहत के रूप में देखी जा रही है. न्यूनतम समर्थन मूल्य (MSP) पर की जा रही इस खरीद का असर प्रदेश के लाखों किसानों की आर्थिक स्थिति पर सकारात्मक रूप से दिख सकता है.

मूंगफली की रिकॉर्ड खरीद ने किसानों में बढ़ाई उम्मीदें

गुजरात सरकार ने जानकारी दी है कि पिछले 11 दिनों में 1,177 करोड़ रुपये मूल्य की मूंगफली MSP पर खरीदी गई है. अब तक लगभग 70,000 किसानों ने अपनी फसल बेचकर इसका लाभ उठाया है. सरकार ने 1.62 लाख टन मूंगफली की खरीद कर ली है और यह प्रक्रिया लगातार जारी है. MSP का लाभ उठाने के लिए 9.31 लाख से अधिक किसानों ने पंजीकरण करवाया है, जो यह दिखाता है कि किसान इस अभियान से बड़ी उम्मीदें लगाए बैठे हैं.

मूंगफली गुजरात का प्रमुख खरीफ उत्पाद है और हर साल लाखों किसान इसकी खेती करते हैं. मौसम की चुनौतियों और बाजार कीमतों में उतार-चढ़ाव के बीच MSP पर मिल रही खरीद किसानों को आर्थिक स्थिरता प्रदान करती है.

खरीफ फसलों के लिए 15,000 करोड़ की बड़ी योजना

गुजरात सरकार ने इस सीजन में खरीफ फसलों की खरीद के लिए लगभग 15,000 करोड़ रुपये निवेश करने का लक्ष्य तय किया है. यह योजना किसानों को सुरक्षित बाजार देने और फसल के न्यूनतम समर्थन मूल्य को सुनिश्चित करने के उद्देश्य से तैयार की गई है.

इसमें मूंगफली के अलावा सरकार मूंग, उड़द और सोयाबीन की भी खरीद करेगी. MSP दरें भी किसानों को राहत देने वाली हैं, मूंगफली 7,263 रुपये प्रति क्विंटल, मूंग 8,768 रुपये, उड़द  7,800 रुपये और सोयाबीन  5,328 रुपये प्रति क्विंटल पर खरीदी जा रही है. यह निश्चित दरें किसानों को बाजार में गिरते दामों की चिंता से बचाती हैं.

बेमौसम बारिश से प्रभावित किसानों के लिए राहत पैकेज

गुजरात के कई हिस्सों में सितंबर और अक्टूबर के दौरान बेमौसम बारिश ने खरीफ फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया. कई किसानों की उपज आधी से भी कम रह गई, जबकि कुछ की फसल पूरी तरह बर्बाद हो गई. ऐसे मुश्किल समय में सरकार ने किसानों को राहत देने के लिए दो बड़े सहायता पैकेजों की घोषणा की.

पहला पैकेज 10,000 करोड़ रुपये का था, जिसमें 10 लाख से अधिक किसानों ने पंजीकरण कराया है. इसके अलावा, सितंबर 2025 की अनियमित बारिश से प्रभावित किसानों के लिए 1,138 करोड़ रुपये का अतिरिक्त पैकेज घोषित किया गया, जिसके लिए 1.25 लाख किसान पंजीकृत हुए हैं. इन पैकेजों के जरिए किसानों को फसल नुकसान का सीधा मुआवजा मिल सकेगा.

MSP खरीद से मिलेगा बाजार में भरोसा

विशेषज्ञों का कहना है कि MSP पर की जा रही यह खरीद न केवल किसानों की आज की परेशानी हल करेगी, बल्कि आने वाले समय में भी उन्हें अपनी फसल की सही कीमत दिलाने का आत्मविश्वास देगी. सरकारी खरीद से बाजार में कीमतों के स्थिर रहने की उम्मीद बढ़ जाती है और किसान सुरक्षित महसूस करते हैं.

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