Mandi Bhav: सावन में 40 फीसदी कम हो गई अंडे की खपत, कीमत में गिरावट से किसानों को 9 करोड़ का नुकसान

इस साल 30 अप्रैल को एक अंडे की कीमत 4.50 रुपये थी, इसके बाद दाम बढ़ने लगे और 20 मई को 5.75 रुपये तक पहुंच गए. इसके चलते रिटेल मार्केट में एक अंडे की कीमत 7 रुपयये तक पहुंच गई थी.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 29 Jul, 2025 | 11:48 AM

Egg Latest Rate: सावन महीने के चलते तमिलनाडु में अंडे की खपत में गिरावट आई है. इसकी वजह से अंडा भी सस्ता हो गया है. कीमत में गिरावट का आलम यह है कि पोल्ट्री किसानों को प्रति अंडा 1 रुपये का नुकसान हुआ और कुल मिलाकर उन्हें 8 से 9 रुपये करोड़ का घाटा सहना पड़ा. लेकन नमक्कल जिले में अंडों की कीमतों में गिरावट कुछ ज्यादा ही देखने को मिल रही है. खास बात यह है कि ये गिराट करीब तीन महीने बाद आई है. इससे नमक्कल में अंडों की खरीद कीमत घटकर 4.50 रुपये प्रति अंडा हो गई है. पोल्ट्री फार्म मालिकों का कहना है कि यह कमी उत्तर भारत के छह राज्यों में सावन के चलते आई है, क्योंकि अंडे की खपत कम हो गई है.

द हिन्दू की रिपोर्ट के मुताबिक, नमक्कल को तमिलनाडु में ‘एग सिटी’ के रूप में जाना जाता है. इस शहर में 1,600 से ज्यादा पोल्ट्री फार्म हैं और यहां रोजाना 6 से 7 करोड़ अंडों का उत्पादन होता है. ये अंडे तमिलनाडु, केरल और कर्नाटक जैसे राज्यों में भेजे जाते हैं. इसके अलावा, ओमान, कतर और यूएई जैसे देशों को भी अंडों का निर्यात किया जाता है. नमक्कल से मिड-डे मील योजना के लिए भी अंडों की सप्लाई की जाती है. अंडों की कीमत हर दिन उत्पादन और मांग के आधार पर नेशनल एग कोऑर्डिनेशन कमेटी (NECC) द्वारा तय की जाती है.

इस वजह से अंडी की कीमत में आई गिरावट

इस साल 30 अप्रैल को एक अंडे की कीमत 4.50 रुपये थी, इसके बाद दाम बढ़ने लगे और 20 मई को 5.75 रुपये तक पहुंच गए. इसके चलते रिटेल मार्केट में एक अंडे की कीमत 7 रुपयये तक पहुंच गई थी. लेकिन 20 मई के बाद दाम 5.30 रुपये से 5.55 रुपये के बीच उतार-चढ़ाव करते रहे और 28 जून को फिर से 5.75 रुपये हो गए. पिछले एक महीने से अंडे की कीमत 5 से 5.55 रुपये के बीच बनी हुई थी. लेकिन पिछले हफ्ते उत्तर भारत में सावन त्योहार की वजह से कीमतें गिरने लगीं. रविवार को अंडे की खरीद कीमत फिर से 4.50 रुपये प्रति अंडे पर आ गई.

किसानों को हुआ करोड़ों रुपये का नुकसान

तमिलनाडु एग पोल्ट्री फार्मर्स मार्केटिंग सोसाइटी के चेयरमैन वांगली सुब्रमण्यम का कहना है कि अंडे की कीमत में गिरावट का एक कारण बिचौलियों का दखल भी है. उन्होंने कहा कि सप्लाई अच्छी है और अंडे सामान्य रूप से अन्य जगहों पर भेजे जा रहे हैं. हमें उम्मीद थी कि कीमत 30 से 40 पैसे तक ही गिरेगी, लेकिन यह काफी ज्यादा गिर गई. हालांकि NECC ने कीमत 4.50 रुपये तय की, लेकिन बिचौलियों और व्यापारियों ने अंडे सिर्फ 4.10 रुपये में खरीदे. इस वजह से पोल्ट्री किसानों को प्रति अंडा 1 रुपये का नुकसान हुआ और कुल मिलाकर उन्हें 8 से 9 रुपये करोड़ का घाटा सहना पड़ा.

अंडे की खपत में आई भारी गिरावट

तमिलनाडु पोल्ट्री फार्मर्स एसोसिएशन (TNPFA) के अध्यक्ष और नमक्कल NECC चेयरमैन के. सिंगाराज ने कहा कि छह राज्यों में सावन के चलते अंडों की खपत में 30 फीसदी से 40 फीसदी तक कमी आई है. इसी वजह से अंडों की कीमत घटाई गई है. यह स्थिति अगले एक महीने तक बनी रह सकती है. सिंगाराज ने यह भी कहा कि तमिलनाडु के बाजार में दूसरे राज्यों से अंडे न आएं, इसलिए भी कीमतों में कटौती की गई है.

अंडा मार्केट से जुड़ी फैक्ट्स फाइल

  • तमिलनाडु  में हैं 1600 ज्यादा पोल्ट्री फार्म
  • रोजाना 6 से 7 करोड़ अंडों का होता है उत्पादन
  • नमक्कल से केरल और कर्नाटक सहित उत्तर भारत में होती है अंडे की सप्लाई
  • ओमान, कतर और यूएई जैसे देशों को भी अंडों का निर्यात किया जाता है
  • अंडे की कीमत घटकर 4.50 रुपये प्रति अंडा हो गई है
  • कीमत कम होने से किसानों को 8 से 9 रुपये करोड़ का घाटा सहना पड़ा

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Published: 29 Jul, 2025 | 11:42 AM

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