हिमाचल-बंगाल समेत 3 राज्यों में बढ़ेगी मक्का की खेती, IIMR ने 5 उन्नत बीजों की खेप भेजी

खरीफ सीजन से पहले ही मक्का की 5 से ज्यादा बेस्ट हाईब्रिड क्वालिटी के बीजों की उपलब्धता पक्की करने के लिए संस्थान ने राज्यों को बीज की खेप भेज दी है. यह पहला मौका है जब मक्का संस्थान ने अपने हाइब्रिड बीजों की सप्लाई राज्यों को की है.

नोएडा | Updated On: 18 May, 2025 | 11:52 AM

मक्का की खपत में बढ़ोत्तरी को देखते हुए भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के मक्का संस्थान (ICAR-IIMR) ने उन्नत बीजों की आपूर्ति शुरू कर दी है. खरीफ सीजन से पहले ही मक्का की 5 से ज्यादा बेस्ट हाईब्रिड क्वालिटी के बीजों की उपलब्धता पक्की करने के लिए संस्थान ने राज्यों को बीज की खेप भेज दी है. संस्थान के अधिकारियों ने बताया कि हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर के साथ ही पश्चिम बंगाल में मक्का का उत्पादन बढ़ाने पर जोर है. इसलिए बीजों की पहली खेप इन राज्यों को भेजी गई है.

3 राज्यों में भेजे गए मक्का के 5 हाइब्रिड बीज

भारतीय कृषि अनुसंधान परिषद के भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान लुधियाना (ICAR-IIMR) के अनुसार मक्का के उत्पादन को बढ़ाने के लिए हाइब्रिड किस्मों के बीजों को रणनीतिक रूप से राज्यों को पहुंचाया जा रहा है. कृषि वैज्ञानिकों ने बताया कि अपने इतिहास में पहली बार भारतीय मक्का अनुसंधान संस्थान लुधियाना अपने स्वयं के हाईब्रिड मक्का बीजों की ब्रांडिंग और बिक्री की शुरुआत की है. इसके तहत मक्का संस्थान ने अब अपने मक्का बीजों को राज्यों को सप्लाई कर रहा है. हाइब्रिड बीजों में LQMH 1, IMH 221 (DMRH 1417), IMH 229 (DMRH 1410), DMRH 1308, IMH 222 की पहली खेप हिमाचल प्रदेश, जम्मू और कश्मीर और पश्चिम बंगाल भेजी जा रही है.

मक्का संस्थान के बीजों के लिए 40 कंपनियों ने किया करार

संस्थान ने पिछले 7 साल में केंद्रीय वैरिएटल रिलीज कमेटी (सीवीआरसी) की ओर से अधिसूचित 25 मक्का हाइब्रिड किस्मों को सफलतापूर्वक विकसित और जारी किया है. जबकि, 15 अन्य किस्में विकास के चरण में हैं. इन हाइब्रिड किस्मों ने लोकप्रियता हासिल की है. बीते 4 साल में लगातार भारत सरकार के कृषि और सहकारिता विभाग (डीएसी) के जरिए 26-64 फीसदी तक बीज की मांग की गई है. इन संकर किस्मों की बढ़ती मांग के चलते 28 निजी बीज कंपनियों के साथ 40 से अधिक समझौता ज्ञापन (एमओयू) किए गए हैं.

हाइब्रिड बीज उत्पादन स्थान वैज्ञानिकों के लिए चिंता की वजह

कृषि वैज्ञानिकों ने कहा कि सही समय पर और सही मूल्य पर बेहतर क्वालिटी वाले बीजों तक पहुंच किसानों के लिए चिंता की बड़ी वजह बनी हुई है. उन्होंने कहा कि अधिकांश हाईब्रिड मक्का के बीज आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में उत्पादित किए जाते हैं. इससे देश के उत्तरी, पश्चिमी और पूर्वी हिस्सों में ट्रांसपोर्टेशन के चलते बीज की लागत बढ़ जाती है. उन्होंने कहा कि भारत में बीज उत्पादन स्थलों में विविधता लाकर ICAR-IIMR के हाइब्रिड बीजों को सुदूर हिस्सों तक पहुंचाया जा रहा है.

Published: 18 May, 2025 | 11:52 AM