बारिश में पशु को क्या खिलाएं और क्या नहीं? ये 6 बातें अगर नहीं जानीं तो हो सकता है बड़ा नुकसान

बरसात के मौसम में पशुओं की सेहत पर खास ध्यान देना जरूरी है, क्योंकि नमी और गंदगी की वजह से बीमारियां तेजी से फैलती हैं. ऐसे में सही आहार बहुत जरूरी हो जाता है.

नोएडा | Updated On: 8 Jul, 2025 | 02:34 PM

मानसून का मौसम खेतों और हरियाली के लिए जितना जरूरी है, उतना ही यह पशुपालकों के लिए चुनौती भरा भी होता है. लगातार गीला माहौल, बदला हुआ चारा और नमी की वजह से पशुओं की सेहत पर सीधा असर पड़ता है. अगर इन दिनों उनके खानपान में थोड़ी भी लापरवाही हुई तो दूध उत्पादन से लेकर जान तक का खतरा हो सकता है. जानिए बारिश के दिनों में पशुओं को क्या खिलाना चाहिए और किन बातों का ध्यानरखने पर सेहत से लेकर उत्पादन तक पर पड़ सकता है बुरा असर.

1. हरे और सूखे चारे का संतुलन रखें

बरसात के मौसम  में कई लोग सोचते हैं कि हरा चारा कम कर देना चाहिए, लेकिन ये गलती नहीं करनी चाहिए. मीडिया की एक रिपोर्ट के मुताबिक, हरा चारा पूरी तरह बंदकरें, बस थोड़ा संतुलन बनाएं. इसके लिए सबसे अच्छा तरीका है कि आप 50 से 60 प्रतिशत सूखा चारा जैसे भूसा या सूखी घास और 40 से 50 प्रतिशत हरा चारा जैसे नेपियर, ज्वार या बरसीम दें. इससे पशु को पोषण भी मिलेगा और उसका पेट भी सही से काम करेगा.

2. बरसात में भीगा चारा खिलाने से बचें

मानसून के दौरान पशुपालकों को खास सावधानी बरतनी  चाहिए. जो चारा बारिश में भीग गया हो या सड़ने लगा हो, उसे जानवरों को बिल्कुलखिलाएं. ऐसा चारा खाने से पशु को गोबर करने में दिक्कत हो सकती है, जिसे गांव मेंबंद पड़नाकहते हैं. इससे पेट फूलना, कब्ज और अपच जैसी गंभीर समस्याएं हो सकती हैं. ऐसे में ध्यान दें कि बरसात में हमेशा सूखा और ताजा चारा ही दें.

3. रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने वाला आहार दें

बरसात में पशुओं को बीमारियां जल्दी घेर लेती हैं, इसलिए उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत करना जरूरी है. इसके लिए रोजाना चारे में मिनरल मिक्सचर जरूर मिलाएं. इसके अलावा, महीने में एक बार डॉक्टर की सलाह से पेट के कीड़े मारने की दवा (डी-वॉर्मिंग) जरूर दें. साथ ही थोड़ी मात्रा में मीठा सोडा भी दिया जा सकता है, यह पाचन में मदद करता है. लेकिन ध्यान रखें कि इसकी मात्रा सीमित हो. ध्यान रखें कि साफ-सफाई और पोषक आहार से पशु हमेशा स्वस्थ रहते हैं.

4. विटामिन और प्रोटीन का खास ध्यान रखें

बरसात में पशु का पाचन कमजोर हो सकता है, जिससे उसके शरीर में जरूरी पोषक तत्वों की कमी हो जाती है. ऐसे में आहार में विटामिन A, D और E और प्रोटीन युक्त चीजें शामिल करें. इससे पशु ऊर्जावान रहेगा और दूध उत्पादन भी बना रहेगा.

5. नमक और सरसों का तेल जरूर दें

बरसात के मौसम में पशुओं की सेहत का खास ध्यान रखना जरूरी होता है. ऐसे में नमक और थोड़ा सरसों का तेल बहुत फायदेमंद होता है. क्योंकि सरसों का तेलकेवल पाचन को ठीक रखता है, बल्कि त्वचा की सेहत भी सुधारता है. यह मुंह और जीभ में फंगल संक्रमण या छाले बनने से भी बचाता है. हफ्ते में एक-दो बार थोड़ी मात्रा में सरसों का तेल देना फायदेमंद होता है, लेकिन मात्रा सीमित रखें.

6. साफ-सफाई और सूखे चारे का स्टॉक रखें

बरसात में चारा भीग जाना आम बात है, लेकिन गीला चारा जानवरों की सेहत बिगाड़ सकता है. इसलिए पहले से सूखा चारा इकट्ठा कर लेना बेहतर होता है. इसके लिए भूसा, सूखी घास जैसे चारे को सुरक्षित और सूखे स्थान पर रखें. साथ ही, पशुओं के बाड़े की सफाई का भी ध्यान रखें. क्योंकि गीला और गंदा बाड़ा बीमारी फैलने का कारण बन सकता है. साफ-सुथरा और सूखा माहौल ही पशु को स्वस्थ रखता है.

Published: 8 Jul, 2025 | 02:55 PM