चूहा पालन से बदल रही किस्मत, चीन में बैम्बू रैट्स बना कमाई का नया जरिया

चीन में बैम्बू रैट्स की खेती तेजी से बढ़ रही है. ये बड़े आकार के चूहे होते हैं, जिन्हें पालकर लोग लाखों कमा रहे हैं. कम खर्च, ज्यादा मुनाफा और बढ़ती मांग ने इसे सफल बिजनेस बना दिया है.

नोएडा | Updated On: 14 Aug, 2025 | 05:53 PM

आपने सब्ज़ियों की खेती, मुर्गी पालन या फिर बकरी पालन के बारे में तो जरूर सुना होगा, लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि चूहों की भी खेती की जा सकती है? जी हां, यह सुनने में अजीब जरूर लगे, लेकिन चीन में चूहों की खेती एक बड़ा और मुनाफे वाला कारोबार बन चुका है. खासकर “बैम्बू रैट” नाम के बड़े आकार वाले चूहे चीन में काफी डिमांड में हैं और लोग इन्हें पालकर मोटी कमाई कर रहे हैं.

घर के नहीं, ये होते हैं खास चूहे

ये चूहे आम घरों में दिखने वाले छोटे और नुकसान पहुंचाने वाले चूहों जैसे नहीं होते. चीन में पाले जाने वाले ये खास नस्ल के चूहे होते हैं, जिन्हें बैम्बू रैट (Bamboo Rat) कहा जाता है. ये दिखने में बड़े और वजनदार होते हैं. एक बैम्बू रैट का वजन 2 से 3 किलो तक होता है. इनका शरीर मजबूत और मांस से भरा होता है, जो चीन में मांसाहारी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय है. यही कारण है कि इनकी कीमत बाजार में काफी अच्छी मिलती है.

कैसे होती है चूहों की खेती

मीडिया रिपोर्ट चूहों की यह खेती खास तरीके से की जाती है. सबसे पहले लोग जंगलों में जाकर बैम्बू रैट्स को पकड़ते हैं. वे उनके बिलों को फॉलो करते हुए जमीन के नीचे छिपे चूहों को खोज निकालते हैं. इन्हें पकड़कर पिंजरों में रखा जाता है, जहां से इनकी फार्मिंग शुरू होती है.

एक पिंजरे में दो से तीन चूहे रखे जाते हैं. ये चूहे कुछ ही समय में बच्चे देने लगते हैं. हर एक चूहा 4-5 बच्चों को जन्म देता है, जिससे इनकी संख्या तेजी से बढ़ती है. इन्हें पोषक आहार और बांस जैसे खाद्य पदार्थ दिए जाते हैं ताकि इनका वजन बढ़ सके और वे जल्दी तैयार हो सकें.

दांत देखकर होती है उम्र की पहचान

जब बैम्बू रैट्स बड़े हो जाते हैं, तो उन्हें बाजार में बेचने के लिए भेजा जाता है. इन चूहों के दांतों को देखकर उनकी उम्र और वजन का अंदाजा लगाया जाता है. जब वे पूरी तरह से तैयार हो जाते हैं, तब मीट मार्केट में उन्हें अच्छी कीमत में बेचा जाता है.

चीन में इन चूहों को खाने के लिए अलग-अलग तरीके अपनाए जाते हैं. सबसे लोकप्रिय तरीका है गर्म सूप बनाना, जिसमें लहसुन और मिर्च का इस्तेमाल होता है. इसके अलावा इन्हें ग्रिल करके भी खाया जाता है. कुछ लोग इसे स्वास्थ्य के लिए भी फायदेमंद मानते हैं.

मुनाफा ही मुनाफा, खर्च कम आमदनी ज्यादा

बैम्बू रैट फार्मिंग की सबसे खास बात यह है कि इसमें खर्च कम आता है और मुनाफा ज्यादा होता है. इन चूहों को पालने के लिए ज्यादा जगह या संसाधनों की जरूरत नहीं होती. आमतौर पर ग्रामीण क्षेत्रों के लोग इस काम में ज्यादा जुड़े हुए हैं, जहां जगह और खाना दोनों आसानी से उपलब्ध हो जाते हैं.

एक बार जब ये चूहे तैयार हो जाते हैं, तो प्रत्येक बैम्बू रैट हजारों में बिकता है, जिससे लोग सालाना लाखों की कमाई कर रहे हैं. यही कारण है कि चीन में यह कारोबार दिन-ब-दिन लोकप्रिय होता जा रहा है.

Published: 14 Aug, 2025 | 05:53 PM

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