बिहार के युवा किसान का कमाल, एक ही पौधे में उगाए टमाटर और बैंगन
शहरों में रहने वालों के लिए यह पौधा किसी तोहफे से कम नहीं. सिर्फ एक छोटे गमले में लगाने पर भी यह पौधा 3 से 4 किलो तक बैंगन और टमाटर दे सकता है.

जब लोग गांव छोड़ शहरों की दौड़ में लगे हैं, तब एक युवा किसान ने अपनी मिट्टी से मोह नहीं तोड़ा. बिहार के रोहतास जिले में रहने वाले ज्योति प्रकाश ने साबित कर दिया कि किसानी अगर जुनून से की जाए, तो उसमें विज्ञान और नवाचार की खुशबू भी मिल सकती है.
इन्होंने ऐसा प्रयोग किया है जिसे सुनकर आप भी चौंक जाएंगे. दरअसल, इन्होंने एक ही पौधे से टमाटर और बैंगन उगाकर कमाल कर दिया है. इस पौधे को ज्योति ‘बिजमैटो’ कहते हैं.
‘बिजमैटो’ की खासियत
यह पौधा सामान्य पौधों से बिल्कुल अलग है. इसमें जंगली बैंगन की जड़ों का इस्तेमाल किया गया है, जो बरसात में भी नहीं सड़ती. इस पौधे की खास बात है कि ऊपर की ओर टमाटर की बेल कलम की गई है, जिससे साथ में टमाटर भी तैयार होता है. मतलब, एक ही पौधा और दो सब्जियां, वो भी जैविक तरीके से. इस अनोखी तरह की खेती करने वाले ज्योति कहते हैं, “इससे न सिर्फ जमीन की बचत होती है, बल्कि कीटों और बीमारियों से भी बेहतर सुरक्षा मिलती है.”
बालकनी गार्डनिंग वालों के लिए भी वरदान
शहरों में रहने वालों के लिए यह पौधा किसी तोहफे से कम नहीं. सिर्फ एक छोटे गमले में लगाने पर भी यह पौधा 3 से 4 किलो तक बैंगन और टमाटर दे सकता है. यानी अब घर की रसोई के लिए ताजा सब्जियां वहीं उगाइए जहां आप रहते हैं.
खेती नहीं, अब बिजनेस बन चुका है ‘बिजमैटो’
अगर किसान इस पौधे की व्यवसायिक खेती करें, तो इसका फायदा कई गुना है. खासकर बरसात के मौसम में, जब बाजार में टमाटर और बैंगन की कीमतें बढ़ जाती हैं. जैविक तरीके से उगाई गई सब्जियों की मांग भी ज्यादा रहती है, और कीमत भी.
ज्योति प्रकाश अब इस नवाचार के जरिए बीज और पौधे भी बेच रहे हैं, जिससे अन्य किसान भी इस प्रयोग से लाभ ले सकें.