ग्रेटर नोएडा के गांवों का हो रहा सौंदर्यीकरण, साफ-सुथरे तालाब बन रहे पहचान
प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने गांवों की साफ- सफाई के मद्देनजर गांवों में स्थित तालाबों का जीर्णोद्धार करने की जिम्मेदारी उठाई है, जिसमें उनकी मदद आम जनता भी कर रही है.
किसी भी शहर का विकास तब तक पूरा नहीं हो सकता जबतक उससे लगे हुए ग्रामीण इलाके भी साफ-सुथरे और शुद्ध वातावरण वाले न हो. इसलिए बेहद जरूरी है कि शहरों की साफ-सफाई के साथ गांवों की साफ-सफाई और सौंदर्यीकरण पर भी पूरा ध्यान दिया जाए. ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण ने इसी सोच के साथ एक अनोखी पहल की शुरुआत की है. प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने गांवों का साफ- सफाई के मद्देनजर गांवों में स्थित तालाबों का जीर्णोद्धार करने की जिम्मेदारी उठाई है, जिसमें उनकी मदद आम जनता भी कर रही है. बता दें कि, तलाब न सिर्फ आसपास के इलाकों में जल स्तर बनाए रखने के लिए अहम स्रोत है, बल्कि इससे गांवों की खूबसूरती भी बढ़ जाती है.
डबरा और जैतपुर के तालाब से हुई शुरुआत
ग्रेटर नोएडा प्राधिकरण गांवों के सौंदर्यीकरण के लिए तालाबों की सफाई कर रहा है. प्राधिकरण के इस काम में आम जनता भी बढ़चढ़ कर हिस्सा ले रही है और साफ- सफाई में मदद कर रही है. प्राधिकरण के सीईओ एनजी रवि कुमार ने बताया कि गांवों के तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए लगातार प्रयास किए जा रहे हैं. प्राधिकरण के इन कोशिशों का नतीजा डबरा और जैतपुर के तालाब के रूप में दिख रहा है. बता दें कि, ये दोनों ही तालाब पहले से कूड़े से अटे पड़े थे लेकिन अब प्राधिकरण और पॉन्ड मैन रामवीर तंवर की टीम ने मिलकर इन तालाबों की साफ-सफाई भी की और साथ ही पौधारोपण भी किया. डबरा गांव के तालाब के चारों ओर पीपल, नीम, बरगद, नींबू आदि प्रजाति के पौधे लगाए गए हैं, जिससे आने वाले दिनों में तालाब के चारों और हरियाली भी खूब दिखेगी.
तालाबों के सौंदर्यीकरण के बाद की तस्वीर
194 तालाबों की हुई साफ-सफाई
ग्रेटर नोएडा के परियोजना विभाग की तरफ से दी गई जानकारी के अनुसार, ग्रेटर नोएडा में कुल 281 तालाब हैं, जिनमें से प्राधिकरण अबतक 194 तालाबों की सफाई कर चुका है. प्राधिकरण की ओर से बताया गया कि 194 तालाबों में से 41 तालाब ऐसे हैं जिनकी सफाई जनता की निजी भागीदारी से की गई है. बता दें कि, आगे आने वाले दिनों में बाकी बचे हुए तालाबों की भी सफाई का काम किया जाएगा. इसके साथ ही कुछ तालाब ऐसे भी हैं जिन पर अतिक्रमण यानी कब्जा है. प्राधिकरण पुलिस- प्रशासन के सहयोग से इन तालाबों को मुक्त कराकर उनका भी सौंदर्यीकरण करने की तैयार कर रहा है.
तालाबों का जायजा लेते हुए प्राधिकरण के अधिकारी
सामाजिक संगठनों से मदद की अपील
प्राधिकरण की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस ने बताया कि , तालाब न सिर्फ भूजल स्तर को मेनटेन रखते हैं, बल्कि उसमें रहने वाले जलीय जंतुओं का जीवन भी सुरक्षित रहता है. उन्होंने कहा कि साफ-सुथरे तालाबों से गांवों की खूबसूरती में भी बढ़ जाती है और लोग इनके चारों ओर सुबह- शाम सैर भी कर सकते . उन्होंने आगे बताया कि प्राधिकरण खुद से गैर सरकारी संगठनों और निजी भागीदारी से तालाबों के जीर्णोद्धार के लिए निरंतर प्रयास करता रहेगा. श्रीलक्ष्मी वीएस ने ग्रेटर नोएडा के सामाजिक और अन्य गैर सरकारी संगठनों से अपील की है कि वे तालाबों के जीर्णोद्धार में भागीदारी निभाएं और ग्रेटर नोएडा को स्वच्छ व सुंदर शहर बनाने में सहयोग करें.
ग्रेटर नोएडा की एसीईओ श्रीलक्ष्मी वीएस