DELHI WEATHER: दिल्ली में मॉनसून आधिकारिक तौर पर 24 सितंबर को विदा हो चुका था, लेकिन उसके कुछ ही दिनों बाद राजधानी में जमकर बारिश हुई. मंगलवार को सफदरजंग वेधशाला ने 37.8 मिमी बारिश दर्ज की. वहीं, अय्यनगर में सबसे ज्यादा 71.2 मिमी बारिश हुई. अचानक हुई इस तेज बारिश ने लोगों को चौंका दिया, जबकि मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि यह बारिश अभी कुछ और दिन जारी रह सकती है. चलिए जानते हैं मॉनसून के जाने के बाद भी, बारिश की विदाई क्यों नहीं हुई.
बारिश का कारण
मौसम विशेषज्ञों के अनुसार, अचानक होने वाली अस बारिश की वजह दो अलग-अलग दिशाओं से आने वाली हवाएं हैं. बंगाल की खाड़ी से नमी से भरी पूर्वी हवाएं और अरब सागर से दक्षिण-पश्चिमी हवाएं दिल्ली-हरियाणा क्षेत्र के ऊपर आपस में मिलीं. इस मिलन ने वातावरण में अस्थिरता पैदा की और गरज-चमक के साथ बारिश हुई.
टाइम्स ऑफ इंडिया की खबर के अनुसार, स्काइमेट वेदर के महेश पलावत ने बताया कि पिछले कुछ दिनों से निचले स्तर पर पूर्वी हवाएं लगातार नमी ला रही थीं, जबकि ऊपरी स्तर पर दक्षिण-पश्चिमी हवाएं सक्रिय थीं. इनके मिलने से दिल्ली-एनसीआर में बादल छाए और बारिश हुई.
बारिश का असर और आगे का पूर्वानुमान
मंगलवार को दर्ज हुई बारिश को भारतीय मौसम विभाग (IMD) ने ‘मॉडरेट’ श्रेणी में रखा. आईएमडी के अनुसार, 15.6 मिमी से 64.4 मिमी तक की बारिश को मध्यम बारिश माना जाता है. दिल्ली में अलग-अलग हिस्सों में अलग-अलग मात्रा में बारिश दर्ज हुई, जैसे पाला में 21.8 मिमी, राजघाट में 40.5 मिमी, पुशा में 36 मिमी और मयूर विहार में 35 मिमी.
मौसम विभाग का कहना है कि 2 अक्टूबर तक बारिश की संभावना बनी रहेगी और दशहरे पर भी फुहारें गिर सकती हैं. इसके अलावा, बंगाल की खाड़ी में बन रहा निम्न दबाव क्षेत्र उत्तर भारत की ओर बढ़ रहा है, जिससे 6 अक्टूबर के आसपास उत्तर-पश्चिम भारत में चक्रवाती परिसंचरण बनने की संभावना है. इसका असर दिल्ली सहित आसपास के राज्यों में देखने को मिलेगा.
पिछले सालों का रिकॉर्ड
दिल्ली में मानसून विदाई के बाद भी बारिश का यह सिलसिला नया नहीं है. 2022 में 9 अक्टूबर को मॉनसून के जाने के बाद 74.3 मिमी बारिश हुई थी. वहीं, 2021 में 18 अक्टूबर को 87.9 मिमी बारिश दर्ज की गई थी. विशेषज्ञ बताते हैं कि यह “पोस्ट-मॉनसून शॉवर” की सामान्य प्रक्रिया है, जो कई बार देखने को मिलती है.
लोगों पर असर
इस बारिश से दिल्ली में अधिकतम तापमान में गिरावट आई. सफदरजंग में तापमान 37.5 डिग्री सेल्सियस से घटकर 34.3 डिग्री सेल्सियस दर्ज हुआ. बारिश से जहां गर्मी से राहत मिली, वहीं कुछ इलाकों में जलभराव और ट्रैफिक जाम की समस्या भी देखने को मिली. सोशल मीडिया पर भी बारिश के वीडियो और तस्वीरें जमकर वायरल हो रहे हैं.