
Dairy Farming: नवंबर से तापमान गिरते ही दुधारू पशुओं का शरीर अपनी ऊर्जा दूध बनाने में नहीं, बल्कि खुद को गर्म रखने में खर्च करने लगता है. नतीजतन दूध की मात्रा स्वाभाविक रूप से कम हो जाती है. यदि इस समय उनकी देखभाल और पोषण पर ध्यान न दिया जाए, तो यह कमी और ज्यादा बढ़ सकती है.

Animal Care Tips: सर्दियों में कई किसान पशुओं को सिर्फ सूखा चारा या वही रोज-रोज दोहराया जाने वाला भोजन देते हैं. इससे कैल्शियम, प्रोटीन और मिनरल की कमी होने लगती है. यह पोषण कमी सीधे दूध उत्पादन पर असर डालती है और पशु शारीरिक रूप से कमजोर होने लगते हैं.

Winter Animal Care: विशेषज्ञों के अनुसार सर्दियों में यह मिश्रण पशुओं के लिए सबसे बेहतर साबित होता है. यह शरीर में प्राकृतिक गर्मी बनाए रखकर ऊर्जा प्रदान करता है, जिससे दूध उत्पादन स्थिर रहता है. यह मिश्रण पशुओं की पाचन शक्ति बढ़ाता है.

Cattle Farming: बरसीम सर्दियों में मिलने वाला पौष्टिक हरा चारा है, लेकिन इसे सीधे खिलाने पर गैस और पाचन संबंधी समस्याएं हो सकती हैं. इसलिए इसे धूप में कुछ घंटों के लिए सुखाकर देना चाहिए. इस प्रक्रिया से चारा सुरक्षित और हेल्दी बनता है.

Winter Care Tips: सर्दी सबसे ज्यादा छोटे बछड़ों और भैंसों को प्रभावित करती है, जिनमें निमोनिया और संक्रमण का जोखिम बढ़ जाता है. बाड़े में धान की पराली बिछाना, जूट के बोरे से देसी स्वेटर पहनाना और सुबह हल्की धूप दिखाना शरीर का तापमान बनाए रखने में मदद करता है.

Winter Livestock Management: ठंड में परजीवी और बैक्टीरिया का खतरा बढ़ जाता है, जिससे पशुओं की भूख, पाचन और स्वास्थ्य प्रभावित होता है. नियमित डीवॉर्मिंग, साफ-सुथरा बाड़ा और सूखी जगह पर आराम कराने से जानवरों की सेहत बनी रहती है.