लाल मिर्च की फसल पर कीट का बड़ा हमला, कृषि मंत्री ने दिए तत्काल राहत के आदेश

इस कीट के कारण पत्तियां झुलसने लगी हैं और पौधे तेजी से कमजोर हो रहे हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान का खतरा पैदा हो गया है. स्थिति की गंभीरता समझते हुए राज्य के कृषि मंत्री किनजारापू अच्‍चनायडु ने तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 11 Dec, 2025 | 08:15 AM

Andhra Pradesh agriculture news: आंध्र प्रदेश में लाल मिर्च की खेती करने वाले किसानों के लिए चिंता बढ़ाने वाली खबर सामने आई है. राज्य के कई जिलों में मिर्च की फसलों पर अचानक ब्लैक लीफ माइनर (Black Leaf Miner) नामक कीट का गंभीर प्रकोप देखा गया है. इस कीट के कारण पत्तियां झुलसने लगी हैं और पौधे तेजी से कमजोर हो रहे हैं, जिससे किसानों को भारी नुकसान का खतरा पैदा हो गया है. स्थिति की गंभीरता समझते हुए राज्य के कृषि मंत्री किनजारापू अच्‍चनायडु ने तुरंत कदम उठाने के निर्देश दिए.

कृषि मंत्री ने अधिकारियों को दिए सख्त निर्देश

The Hindu की खबर के अनुसार, मंत्री ने कहा कि किसानों को किसी भी हाल में नुकसान नहीं होने दिया जाएगा. उन्होंने अधिकारियों को निर्देश दिया कि प्रभावित क्षेत्रों में वैज्ञानिकों को तुरंत भेजा जाए, जहां वे खेतों का निरीक्षण कर कीट के प्रभाव को कम करने की योजना तैयार कर सकें.

मंत्री ने कहा कि इस समस्या का समाधान तभी संभव है, जब खेतों में जाकर असल हालत को समझा जाए और तुरंत कार्रवाई की जाए. उन्होंने अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिया कि किसानों को समय पर मार्गदर्शन और सहारा मिलना जरूरी है ताकि फसल को बचाया जा सके.

किसानों को मिलेगा तकनीकी मार्गदर्शन

अच्‍चनायडु ने बताया कि कीट नियंत्रण के लिए विशेष टीमें बनाई जाएंगी, जो किसानों को दवाइयों के सही उपयोग और सावधानियों के बारे में जानकारी देंगी. अक्सर किसान गलत दवा या अधिक मात्रा का इस्तेमाल कर बैठते हैं, जिससे फसल और अधिक क्षतिग्रस्त हो जाती है. यही कारण है कि मंत्री ने विशेषज्ञ टीमों को गांव-गांव जाकर किसानों को प्रशिक्षित करने पर जोर दिया.

उन्होंने यह भी कहा कि किसान सेवा केंद्रों के माध्यम से प्रशिक्षण कार्यक्रम शुरू किए जाएं, ताकि हर किसान यह समझ सके कि कीटों से कैसे बचाव किया जाए और कौन सी दवा किस मात्रा में इस्तेमाल करनी है.

2021 से लगातार प्रभावित हो रही मिर्च की फसल

बैठक में मंत्री ने चिंता जताई कि पिछले कुछ वर्षों से कई जिलों में मिर्च की फसल बार-बार कीटों के हमले का सामना कर रही है. 2021 के बाद से ऐसे कई मामले सामने आए हैं, जिनमें कीट के कारण किसानों की फसल बर्बाद हो गई.

उन्होंने कहा कि जब यह समस्या बार-बार सामने आ रही है, तो इसके लिए स्थायी समाधान निकालने की जरूरत है. वैज्ञानिकों को इस कीट के फैलाव के कारण, मौसम के प्रभाव और फसल की नई किस्मों के बारे में विस्तृत अध्ययन करने का निर्देश दिया गया है.

संयुक्त टीम मैदान में उतरी

वाईएसआर हॉर्टिकल्चर यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों को तुरंत प्रभावित जिलों का दौरा करने के लिए भेजा गया है. उनके साथ उद्यानिकी विभाग के अधिकारी भी मौजूद रहेंगे. यह टीमें किसानों को सलाह देंगी कि किस समय कौन सी दवा का छिड़काव किया जाए और खेतों में कौन सी सावधानियां बरती जाएं.

उद्यानिकी विभाग के निदेशक ने बताया कि कई क्षेत्रों में राहत कार्य शुरू कर दिए गए हैं और जागरूकता अभियान भी चलाए जा रहे हैं. उन्होंने आश्वासन दिया कि सरकार की पूरी कोशिश है कि मिर्च किसानों की फसल बचाई जा सके और नुकसान न्यूनतम रहे.

सरकार ने दिया भरोसा, किसानों को मिलेगा हर संभव सहयोग

कृषि मंत्री ने कहा कि किसानों को घबराने की जरूरत नहीं है. राज्य सरकार हर स्तर पर सहायता देने के लिए तैयार है. विशेषज्ञों के मार्गदर्शन और प्रशासन की सक्रियता से उम्मीद है कि कीट के प्रसार को जल्द ही नियंत्रित कर लिया जाएगा.

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