केले का पौधा गर्म और अधिक नमी वाले जलवायु में सबसे अच्छी तरह उगता है. इसे मार्च से जुलाई के बीच लगाया जाए तो बेहतर परिणाम मिलते हैं. मानसून की शुरुआत भी केले का पौधा लगाने के लिए आदर्श मानी जाती है.
केले का पेड़ तेज धूप में तेजी से बढ़ता है. इसे कम से कम दिन में 6-8 घंटे सूरज की रोशनी मिलनी चाहिए. अगर आप इसे गमले में उगा रहे हैं तो उसे ऐसी जगह रखें जहां पर्याप्त धूप आती हो.
केले के लिए दोमट या बलुई मिट्टी सबसे उपयुक्त मानी जाती है. मिट्टी में पानी का निकास अच्छा होना चाहिए. आप इसमें गोबर की खाद, वर्मी कम्पोस्ट और थोड़ी रेत मिलाकर इसकी उपज बढ़ा सकते हैं.
केले का पौधा नर्सरी से लाकर या सकर से लगाया जाता है. जमीन में 2x2 फीट का गड्ढा खोदें, उसमें जैविक खाद डालें और पौधे को अच्छी तरह लगा दें. लगाने के बाद तुरंत पानी दें.
केले के पेड़ को नियमित पानी देने की जरूरत होती है, खासकर गर्मियों में. लेकिन बारिश के मौसम में पानी जमा न हो, इसका ध्यान रखना जरूरी है. चारों ओर खरपतवार को समय-समय पर साफ करते रहें.
पौधे को हर महीने एक बार गोबर की खाद या नाइट्रोजन युक्त जैविक खाद दें. इससे इसकी ग्रोथ और फलों की गुणवत्ता बेहतर होती है. केले के पौधे में लगभग 9-12 महीने में फूल आ जाते हैं और उसके बाद 2-3 महीने में फल पकने लगते हैं.