फसलों पर कहर बनकर टूटने वाले टिड्डों से अब नहीं घबराएं, अपनाएं ये देसी उपाय

टिड्डी और टिड्डे जमीन के अंदर अंडे देते हैं, जिन्हें पहचानकर नष्ट किया जा सकता है. जब भी आप खेत में देखें कि कोई मादा टिड्डी जमीन में मुंह घुसा रही है, समझ जाइए वो अंडे दे रही है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 15 Jul, 2025 | 03:34 PM

गर्मी और बरसात के मौसम में किसानों की सबसे बड़ी चिंता होती है टिड्डों का हमला. ये कीट अकेले ही आपकी हरी-भरी फसल को चट कर सकते हैं, और अगर झुंड में आएं, तो तबाही तय है. लेकिन अब घबराने की जरूरत नहीं. रासायनिक कीटनाशकों के बिना भी इन्हें खेतों से दूर रखने के सस्ते और सुरक्षित देसी तरीके मौजूद हैं. आइए जानते हैं कुछ आसान और कारगर उपाय जो आपकी फसल को बचा सकते हैं.

अंडों को ढूंढ कर खत्म करें

farmradio.fm की खबर के अनपसार, टिड्डी और टिड्डे जमीन के अंदर अंडे देते हैं, जिन्हें पहचानकर नष्ट किया जा सकता है. जब भी आप खेत में देखें कि कोई मादा टिड्डी जमीन में मुंह घुसा रही है, समझ जाइए वो अंडे दे रही है. इस जगह को पहचान लें और बाद में वहां की मिट्टी को खुरपी या हल से खोद दें. अंडे जब धूप और हवा के संपर्क में आते हैं तो या तो सूखकर खत्म हो जाते हैं या पक्षी उन्हें खा जाते हैं.

मुर्गी, बत्तख और गिनी मुर्गी हैं सबसे बड़े हथियार

टिड्डी और टिड्डे इन पक्षियों का पसंदीदा भोजन हैं. अपने खेतों में मुर्गी, बत्तख या गिनी मुर्गी पालें. इन्हें बारी-बारी से खेतों में छोड़ें, ये चट कर जाएंगी कीटों को. बता दें कि चीन में तो 70 हजार से ज्यादा पक्षियों को एकसाथ छोड़कर टिड्डियों पर काबू पाया गया है.

गेंदे के फूल और जड़ी-बूटीदार पौधे हैं मददगार

गेंदे का पौधा टिड्डियों को बहुत पसंद है. इसे खेत के किनारे लगाएं, ताकि ये कीट आपकी फसल छोड़कर गेंदा खाएं और आप वहीं नेचुरल कीटनाशक का छिड़काव कर सकें. साथ ही, कुछ फसलें जैसे ज्वार (sorghum) टिड्डियों को पसंद नहीं आतीं. इनका इस्तेमाल फसल की घेराबंदी के लिए करें.

झाड़ियों और पेड़ों की मदद से करें रोकथाम

पेड़ और झाड़ियां न सिर्फ टिड्डियों को अंडे देने से रोकती हैं, बल्कि इनसे पक्षियों और परजीवी कीटों को रहने की जगह मिलती है जो टिड्डियों के दुश्मन हैं. जहां खेत न हों, वहां पेड़ लगाने से भविष्य में टिड्डी प्रकोप से बचा जा सकता है.

पकड़ने के देसी जुगाड़

टिड्डियों को मीठा बहुत पसंद है. बाल्टी में पानी भरें, थोड़ा शीरा डालें और हल्की रोशनी जलाएं. टिड्डियां आकर्षित होकर बाल्टी में गिर जाएंगी. ऊपर से पतली सी मिट्टी का तेल (kerosene) डालें ताकि कीड़े बाहर न निकल पाएं. ध्यान रहे केरोसीन डालने के बाद इन कीटों को मुर्गियों को न खिलाएं.

सामूहिक योजना बनाएं

अगर टिड्डियों का झुंड पास आ रहा हो, तो अकेले कुछ नहीं किया जा सकता. गांव के सभी किसान मिलकर प्लास्टिक या कपड़े की ऊंची दीवार बनाएं जो टिड्डियों को खाई या गड्ढे की ओर मोड़ दे. वहां इकट्ठा होकर उन्हें जलाया या दफनाया जा सकता है.

सावधानी जरूरी

कुछ देश जैसे अफ्रीका और दक्षिण अमेरिका में लोग टिड्डी और टिड्डों को भोजन के रूप में खाते हैं. लेकिन ध्यान रखें अगर इन कीटों पर किसी ने कीटनाशक का छिड़काव किया हो, तो वे जहरीले हो सकते हैं. खाने से पहले अपने कृषि अधिकारी से जानकारी जरूर लें.

Get Latest   Farming Tips ,  Crop Updates ,  Government Schemes ,  Agri News ,  Market Rates ,  Weather Alerts ,  Equipment Reviews and  Organic Farming News  only on KisanIndia.in

फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत किस नंबर पर है?

Side Banner

फलों और सब्जियों के उत्पादन में भारत किस नंबर पर है?