Jamun Ke Nuksan: फायदेमंद नहीं, इन लोगों के लिए जहर जैसा हो सकता है जामुन, जानें

Jamun Ke Nuksan: गहरे बैंगनी रंग का जामुन सिर्फ स्वाद में ही नहीं, सेहत में भी बेमिसाल माना जाता है. डायबिटीज से लेकर पाचन तक, यह छोटे-से फल में बड़े-बड़े फायदे छुपे हैं. लेकिन क्या आप जानते हैं कि यही जामुन कुछ लोगों के लिए हानिकारक भी हो सकता है? जी हां, अगर इसे सीमित मात्रा में न खाया जाए तो यह फायदे की जगह नुकसान पहुंचा सकता है. ऐसे में आइए इस खबर में जानते हैं जामुन किसके लिए वरदान है और किन लोगों के लिए इसका सेवन खतरे की घंटी बन सकता है.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 15 Jul, 2025 | 03:45 PM
1 / 6गर्मी और बरसात के मौसम में मिलने वाला जामुन सिर्फ स्वाद में ही नहीं, बल्कि पोषण में भी कमाल का फल है. इसमें आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन B और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं. यह शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है और थकावट से राहत दिलाता है.

गर्मी और बरसात के मौसम में मिलने वाला जामुन सिर्फ स्वाद में ही नहीं, बल्कि पोषण में भी कमाल का फल है. इसमें आयरन, कैल्शियम, फॉस्फोरस, विटामिन B और एंटीऑक्सीडेंट भरपूर होते हैं. यह शरीर को तुरंत ऊर्जा देता है और थकावट से राहत दिलाता है.

2 / 6जामुन का सेवन डायबिटीज रोगियों के लिए रामबाण माना जाता है क्योंकि यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है. हालांकि ज़्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर बहुत अधिक गिर सकता है, जिससे चक्कर और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

जामुन का सेवन डायबिटीज रोगियों के लिए रामबाण माना जाता है क्योंकि यह ब्लड शुगर को नियंत्रित करने में मदद करता है. हालांकि ज़्यादा मात्रा में इसका सेवन करने से ब्लड प्रेशर बहुत अधिक गिर सकता है, जिससे चक्कर और सिरदर्द जैसी समस्याएं हो सकती हैं.

3 / 6जामुन पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे कब्ज, गैस और अपच से राहत दिलाता है. यह फाइबर से भरपूर होता है, जिससे मल त्याग सुचारु रहता है. लेकिन अगर पाचन पहले से कमजोर है या जामुन अधिक खा लिया जाए, तो ये फायदे उलटा असर भी कर सकते हैं.

जामुन पाचन से जुड़ी समस्याओं जैसे कब्ज, गैस और अपच से राहत दिलाता है. यह फाइबर से भरपूर होता है, जिससे मल त्याग सुचारु रहता है. लेकिन अगर पाचन पहले से कमजोर है या जामुन अधिक खा लिया जाए, तो ये फायदे उलटा असर भी कर सकते हैं.

4 / 6जामुन में ऑक्सलेट नामक तत्व होता है, जो शरीर में मौजूद कैल्शियम के साथ मिलकर किडनी स्टोन का कारण बन सकता है. इस वजह से रोजाना 100 ग्राम से अधिक जामुन खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. विशेष रूप से उन लोगों के लिए जिनकी किडनी कमजोर है.

जामुन में ऑक्सलेट नामक तत्व होता है, जो शरीर में मौजूद कैल्शियम के साथ मिलकर किडनी स्टोन का कारण बन सकता है. इस वजह से रोजाना 100 ग्राम से अधिक जामुन खाना स्वास्थ्य के लिए हानिकारक हो सकता है. विशेष रूप से उन लोगों के लिए जिनकी किडनी कमजोर है.

5 / 6जामुन खाने से मुंह में एसिड बनता है, जो दांतों की ऊपरी परत यानी इनामेल को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकता है. विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को इसका ध्यान रखना चाहिए. जामुन खाने के तुरंत बाद कुल्ला या ब्रश करना बहुत ज़रूरी होता है, खासतौर पर रात के समय.

जामुन खाने से मुंह में एसिड बनता है, जो दांतों की ऊपरी परत यानी इनामेल को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचा सकता है. विशेष रूप से बच्चों और बुजुर्गों को इसका ध्यान रखना चाहिए. जामुन खाने के तुरंत बाद कुल्ला या ब्रश करना बहुत ज़रूरी होता है, खासतौर पर रात के समय.

6 / 6भले ही जामुन में आयरन और पोषण भरपूर हो, लेकिन गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर छठे महीने के बाद इसका सेवन डॉक्टर से पूछकर ही करना चाहिए. कभी-कभी इसका अधिक सेवन हार्मोनल असंतुलन या पेट की दिक्कतें पैदा कर सकता है. (Disclaimer - इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है.)

भले ही जामुन में आयरन और पोषण भरपूर हो, लेकिन गर्भवती महिलाओं को खासतौर पर छठे महीने के बाद इसका सेवन डॉक्टर से पूछकर ही करना चाहिए. कभी-कभी इसका अधिक सेवन हार्मोनल असंतुलन या पेट की दिक्कतें पैदा कर सकता है. (Disclaimer - इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामान्य जानकारी पर आधारित है.)

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Published: 15 Jul, 2025 | 03:45 PM

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