अब घर के गमले में उगाएं मसालों की रानी, जानें आसान तरीका और कटाई की सही टाइमिंग

Ghar Par Elaichi Kaise Ugaye: क्या आपने कभी सोचा है कि जिस इलायची को आप हर दिन चाय में डालते हैं या मीठे में स्वाद बढ़ाने के लिए इस्तेमाल करते हैं, वो आपके घर के गमले में भी आसानी से उग सकती है? जी हां, “मसालों की रानी” कहे जाने वाली इलायची सिर्फ स्वाद ही नहीं बढ़ाती, बल्कि यह सेहत का खजाना भी है. आमतौर पर हम इसे महंगे दामों पर बाजार से खरीदते हैं, लेकिन अब आप इसे अपने आंगन या बालकनी में भी उगा सकते हैं वो भी बिना किसी खास मेहनत के.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 7 Jul, 2025 | 04:16 PM
1 / 7इलायची को मसालों की रानी कहा जाता है, जो स्वाद ही नहीं सेहत भी देती है. बाजार से खरीदने के बजाय अगर आप इसे घर में उगाना चाहें तो यह पूरी तरह संभव है, बस कुछ बातें जानना जरूरी है.

इलायची को मसालों की रानी कहा जाता है, जो स्वाद ही नहीं सेहत भी देती है. बाजार से खरीदने के बजाय अगर आप इसे घर में उगाना चाहें तो यह पूरी तरह संभव है, बस कुछ बातें जानना जरूरी है.

2 / 7इलायची के पौधे की शुरुआत बीज से होती है, लेकिन ध्यान रहे कि बाजार में बिकने वाली सूखी इलायची के बीज अंकुरित नहीं होते. आपको ताजे और ऑर्गेनिक बीज लेने चाहिए, जो खासतौर पर रोपण के लिए उपलब्ध होते हैं. यही आपकी खेती की पहली और सबसे अहम सीढ़ी है.

इलायची के पौधे की शुरुआत बीज से होती है, लेकिन ध्यान रहे कि बाजार में बिकने वाली सूखी इलायची के बीज अंकुरित नहीं होते. आपको ताजे और ऑर्गेनिक बीज लेने चाहिए, जो खासतौर पर रोपण के लिए उपलब्ध होते हैं. यही आपकी खेती की पहली और सबसे अहम सीढ़ी है.

3 / 7बीजों को पानी में भिगोने से उनमें जीवन लौटता है और अंकुरण की प्रक्रिया तेज होती है. इन्हें फिर नमी वाली मिट्टी में हल्के से दबाकर गमले में लगाएं, गहराई ज्यादा न रखें. गमला ऐसी जगह रखें जहाँ सीधी धूप न पड़े.

बीजों को पानी में भिगोने से उनमें जीवन लौटता है और अंकुरण की प्रक्रिया तेज होती है. इन्हें फिर नमी वाली मिट्टी में हल्के से दबाकर गमले में लगाएं, गहराई ज्यादा न रखें. गमला ऐसी जगह रखें जहाँ सीधी धूप न पड़े.

4 / 7इलायची को नमी वाली और जैविक खाद मिली मिट्टी पसंद होती है. आप मिट्टी में गोबर की खाद, नारियल के रेशे और पत्तियों का खाद मिलाकर इसकी उर्वरता बढ़ा सकते हैं. यह पौधे को लंबे समय तक पोषण देता है और जलनिकासी का ध्यान भी रखता है.

इलायची को नमी वाली और जैविक खाद मिली मिट्टी पसंद होती है. आप मिट्टी में गोबर की खाद, नारियल के रेशे और पत्तियों का खाद मिलाकर इसकी उर्वरता बढ़ा सकते हैं. यह पौधे को लंबे समय तक पोषण देता है और जलनिकासी का ध्यान भी रखता है.

5 / 7इलायची का पौधा नमी में पनपता है, लेकिन ज्यादा पानी उसे नुकसान पहुंचा सकता है. मिट्टी को हमेशा थोड़ा नम रखें. साथ ही, पत्तियों पर हल्का पानी स्प्रे करते रहें ताकि वातावरण की नमी बनी रहे.

इलायची का पौधा नमी में पनपता है, लेकिन ज्यादा पानी उसे नुकसान पहुंचा सकता है. मिट्टी को हमेशा थोड़ा नम रखें. साथ ही, पत्तियों पर हल्का पानी स्प्रे करते रहें ताकि वातावरण की नमी बनी रहे.

6 / 7इलायची का पौधा तेज धूप में नहीं टिक पाता. इसे ऐसी जगह रखें जहां सिर्फ सुबह की हल्की धूप आए या छांव हो. पौधे को हवा भी मिलनी चाहिए लेकिन ठंडी हवा या पाला इससे बचाना होगा.

इलायची का पौधा तेज धूप में नहीं टिक पाता. इसे ऐसी जगह रखें जहां सिर्फ सुबह की हल्की धूप आए या छांव हो. पौधे को हवा भी मिलनी चाहिए लेकिन ठंडी हवा या पाला इससे बचाना होगा.

7 / 7MCX पर लौटेगा इलायची वायदा कारोबार, वंदनमेडु होगा डिलीवरी सेंटर, फोटो क्रेडिट- pexels

MCX पर लौटेगा इलायची वायदा कारोबार, वंदनमेडु होगा डिलीवरी सेंटर, फोटो क्रेडिट- pexels

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Published: 7 Jul, 2025 | 04:16 PM

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