काली मिर्च में पाए जाने वाला पिपरिन नामक तत्व पेट में हाइड्रोक्लोरिक एसिड के निर्माण को बढ़ाता है, जो भोजन को आसानी से पचाने में मदद करता है. इससे गैस, अपच और कब्ज जैसी समस्याएं दूर होती हैं.
कई बार हम हेल्दी खाना तो खाते हैं लेकिन शरीर उसे पूरी तरह से अवशोषित नहीं कर पाता. काली मिर्च ऐसे पोषक तत्वों जैसे विटामिन A, C, B-कॉम्प्लेक्स, सेलेनियम और बीटा-कैरोटीन के अवशोषण को बढ़ाती है.
अगर आप वजन कम करना चाहते हैं, तो काली मिर्च आपकी डाइट में जरूर होनी चाहिए. इसमें मौजूद थर्मोजेनिक तत्व फैट बर्निंग प्रक्रिया को तेज करते हैं और मेटाबॉलिज्म को एक्टिव रखते हैं.
काली मिर्च में एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण होते हैं, जो शरीर में सूजन और दर्द को कम करने में मदद करते हैं. गठिया, मांसपेशियों की अकड़न और जोड़ों के दर्द में यह काफी लाभकारी साबित होती है.
सर्दी-जुकाम, खांसी या बलगम की शिकायत हो तो काली मिर्च बहुत असरदार साबित होती है. यह बलगम को ढीला करके बाहर निकालती है और सांस की नली को साफ करती है. अस्थमा और ब्रोंकाइटिस में भी यह लाभदायक है.
काली मिर्च में मौजूद एंटीऑक्सिडेंट्स शरीर को ऑक्सीडेटिव स्ट्रेस से बचाते हैं, जो उम्र बढ़ने की प्रक्रिया को धीमा करते हैं और इम्यून सिस्टम को मजबूत बनाते हैं. इससे आप बीमारियों से दूर रहते हैं. (Disclaimer: इस खबर में दी गई जानकारी केवल सामन्य ज्ञान पर आधारित है. यहां दी गई किसी भी जानकारी की Kisan India पुष्टि नहीं करता है.)