सफेद मक्खन दूध की मलाई से बनने वाला एक देसी और पारंपरिक डेयरी उत्पाद है, जिसे बिलोना विधि से तैयार किया जाता है. यह मक्खन पीले मक्खन से अलग होता है क्योंकि इसमें कोई रंग या नमक नहीं मिलाया जाता.
इस देसी रेसिपी को बनाने के लिए आपको सिर्फ दो चीजें चाहिए—ताजा मलाई और ठंडा पानी. साथ ही एक बड़ा बर्तन (स्टील या कांसे का), मथनी (हाथ से चलने वाली) या फिर इलेक्ट्रिक फूड प्रोसेसर.
मक्खन निकालने से पहले मलाई को ठंडा करना ज़रूरी होता है. इसके लिए 3-4 घंटे तक या रातभर के लिए मलाई को फ्रिज में रख दें. ठंडी मलाई मथते समय जल्दी फटती है और मक्खन तथा छाछ अलग होने में मदद करती है.
ठंडी मलाई को बर्तन में डालकर मथनी या फूड प्रोसेसर से तब तक मथें जब तक वह फटकर मक्खन और छाछ में न बदल जाए. यह प्रक्रिया लगभग 10-15 मिनट में पूरी हो जाती है. जब मक्खन सतह पर तैरने लगे तो उसे छाछ से अलग करें और ठंडे पानी से अच्छे से धो लें.
धोने से मक्खन में बचे हुए दूध या छाछ के अंश हट जाते हैं, जिससे उसकी शुद्धता और स्वाद दोनों बरकरार रहते हैं. इसके बाद मक्खन को हाथ से दबाकर निचोड़ें और उसमें से पूरा पानी निकाल लें. अगर पानी रह जाए तो मक्खन जल्दी खराब हो सकता है.
तैयार सफेद मक्खन को एक साफ-सुथरे, एयरटाइट कंटेनर में भरकर फ्रिज में रखें. यह मक्खन 8-10 दिन तक खराब नहीं होता. इसे परांठा, रोटी, दाल-चावल, सैंडविच या मिठाइयों में इस्तेमाल किया जा सकता है.