इस राज्य में राशन कार्ड में जोड़े गए 17 लाख नए नाम, हर महीने खर्च होंगे 6952 टन अतिरिक्त चावल

तेलंगाना सरकार ने फरवरी से मई 2025 तक 17 लाख नए लोगों को राशन कार्ड में जोड़ा और 1.51 लाख नए कार्ड जारी किए. इससे हर महीने 6,952 टन अतिरिक्त चावल की जरूरत होगी.

वेंकटेश कुमार
नोएडा | Updated On: 13 May, 2025 | 06:53 PM

तेलंगाना की कांग्रेस सरकार ने फरवरी से 11 मई 2025 के बीच लगभग 17 लाख नए लोगों के नाम राशन कार्ड में जोड़े हैं और नए राशन कार्ड भी जारी किए हैं. अधिकारियों के अनुसार, पिछले 8 सालों से राशन कार्ड में नए सदस्यों को जोड़ने की प्रक्रिया बंद थी. खासकर पिछले 5 सालों से कोई नया राशन कार्ड जारी नहीं किया गया था. इन नए जुड़े लोगों के नाम पहले राशन कार्ड में नहीं होने के कारण वे 10 लाख रुपये तक की मुफ्त इलाज वाली ‘आरोग्यश्री योजना’ के पात्र नहीं थे. हालांकि सरकार ने इस योजना को राशन कार्ड से अलग करने का प्रस्ताव दिया है, लेकिन अब तक इसे लागू नहीं किया गया है.

द टाइम्स ऑफ इंडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, सरकार ने यह भी घोषणा की थी कि दो तरह के राशन कार्ड जारी किए जाएंगे. एक सफेद और दूसरा गुलाबी. लेकिन यह भी अभी लागू नहीं हुआ है. फरवरी 2025 में सरकार ने MeeSeva केंद्रों के जरिए नए राशन कार्ड के लिए आवेदन स्वीकार करना शुरू किया, जिसके बाद 1.51 लाख नए राशन कार्ड जारी किए गए. सरकार द्वारा जारी किए गए नए राशन कार्डों में 3.24 लाख से ज्यादा लोगों को जोड़ा गया है, जबकि पुराने राशन कार्डों में 13.73 लाख नए सदस्य शामिल किए गए हैं. ये आवेदन पिछले 8 सालों से लंबित थे. इस दौरान करीब 21 लाख आवेदन मिले थे.

6,952 टन अतिरिक्त चावल की खपत

इन 17 लाख नए सदस्यों को शामिल करने के बाद राज्य सरकार को हर महीने लगभग 6,952 टन अतिरिक्त बारीक चावल की आपूर्ति करनी होगी. ये सभी सदस्य राज्य सरकार की खाद्य सुरक्षा योजना के तहत आते हैं, न कि केंद्र सरकार की योजना के तहत. इसलिए इन पर पूरा खर्च राज्य सरकार को उठाना पड़ेगा, क्योंकि केंद्र इन कार्डों के लिए कोई सब्सिडी नहीं देता.

राज्य में करीब 90 लाख राशन कार्ड धारक

एक वरिष्ठ नागरिक आपूर्ति निगम अधिकारी ने कहा कि नए राशन कार्ड और सदस्यों को जोड़ने से पहले राज्य में करीब 90 लाख राशन कार्ड धारकों और 2.85 करोड़ लाभार्थियों के लिए हर साल 24 लाख टन बारीक चावल की जरूरत होती थी. अब ‘प्रजा पालना’ योजना के तहत करीब 20 लाख नए राशन कार्ड और सदस्यों के लिए आए आवेदनों की जांच करना विभाग के लिए एक बड़ी चुनौती बन गया है.

लाभार्थियों ने फिर से आवेदन किया

अधिकारियों के मुताबिक, बड़ी संख्या में ऐसे लोग हैं जिनके पास पहले से राशन कार्ड हैं. लेकिन उन्होंने फिर से आवेदन किया, ताकि उनका कार्ड जारी रह सके. ये आवेदन MeeSeva, प्रजा पालना और प्रजा वाणी के जरिए जमा किए गए हैं. हर महीने फील्ड वेरिफिकेशन के बाद नए कार्ड और नए सदस्यों को मंजूरी दी जा रही है.

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Published: 13 May, 2025 | 06:53 PM

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