Tractor Maintenance: सर्दियों में ट्रैक्टर बार-बार बंद हो रहा है? अपनाएं ये 6 असरदार टिप्स, सुधारें परफॉर्मेंस… बचाएं समय

Tractor Care Tips Winter: सर्दियों का मौसम खेतों में काम बढ़ा देता है, लेकिन यही समय ट्रैक्टर के लिए सबसे चुनौती भरा होता है. कभी स्टार्ट नहीं होता, कभी चलते-चलते बंद पड़ जाता है, जिससे किसान का समय और डीजल दोनों बर्बाद होते हैं. सही देखभाल और कुछ आसान टिप्स अपनाकर आप अपने ट्रैक्टर को पूरी सर्दी स्मूद चलने वाला बना सकते हैं और फ्यूल की बचत भी कर सकते हैं. आइए जानते हैं वो जरूरी मेंटेनेंस स्टेप्स, जो हर किसान को अपने ट्रैक्टर के लिए अपनाने चाहिए.

Isha Gupta
नोएडा | Published: 28 Dec, 2025 | 02:12 PM
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1 / 6सर्दियों में सीधे ट्रैक्टर स्टार्ट करना नुकसानदेह हो सकता है. ठंड के कारण इंजन ऑयल गाढ़ा हो जाता है और ट्रैक्टर स्मूद नहीं चलता. इसलिए हर सुबह 10–15 मिनट के लिए इंजन को चलाकर वार्म-अप करें. इससे ऑयल पतला होकर इंजन के सभी पार्ट्स तक पहुंचता है, इंजन पर दबाव कम होता है और ट्रैक्टर आसानी से स्टार्ट हो जाता है.

सर्दियों में सीधे ट्रैक्टर स्टार्ट करना नुकसानदेह हो सकता है. ठंड के कारण इंजन ऑयल गाढ़ा हो जाता है और ट्रैक्टर स्मूद नहीं चलता. इसलिए हर सुबह 10–15 मिनट के लिए इंजन को चलाकर वार्म-अप करें. इससे ऑयल पतला होकर इंजन के सभी पार्ट्स तक पहुंचता है, इंजन पर दबाव कम होता है और ट्रैक्टर आसानी से स्टार्ट हो जाता है.

2 / 6कम तापमान में साधारण इंजन ऑयल गाढ़ा हो जाता है और इंजन के अंदर सही तरह से नहीं पहुंच पाता. इसलिए सर्दियों के लिए उपयुक्त विंटर-ग्रेड ऑयल का इस्तेमाल करें. कई कंपनियां अपने ट्रैक्टर मॉडल के अनुसार खास विंटर-ग्रेड ऑयल सुझाती हैं, जो ठंड में भी इंजन को सुरक्षित रखता है, डीजल खपत कम करता है और ट्रैक्टर की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाता है.

कम तापमान में साधारण इंजन ऑयल गाढ़ा हो जाता है और इंजन के अंदर सही तरह से नहीं पहुंच पाता. इसलिए सर्दियों के लिए उपयुक्त विंटर-ग्रेड ऑयल का इस्तेमाल करें. कई कंपनियां अपने ट्रैक्टर मॉडल के अनुसार खास विंटर-ग्रेड ऑयल सुझाती हैं, जो ठंड में भी इंजन को सुरक्षित रखता है, डीजल खपत कम करता है और ट्रैक्टर की परफॉर्मेंस को बेहतर बनाता है.

3 / 6सर्दियों में बैटरी तेजी से कमजोर हो जाती है. अगर ट्रैक्टर देर से स्टार्ट हो रहा है या सेल्फ दबाने पर धीमा रिस्पॉन्स दे रहा है, तो यह बैटरी कमजोर होने का संकेत है. ऐसी स्थिति में बैटरी को पूरी तरह चार्ज करें, उसके टर्मिनल साफ रखें और जरूरत पड़े तो बैटरी बदल दें.

सर्दियों में बैटरी तेजी से कमजोर हो जाती है. अगर ट्रैक्टर देर से स्टार्ट हो रहा है या सेल्फ दबाने पर धीमा रिस्पॉन्स दे रहा है, तो यह बैटरी कमजोर होने का संकेत है. ऐसी स्थिति में बैटरी को पूरी तरह चार्ज करें, उसके टर्मिनल साफ रखें और जरूरत पड़े तो बैटरी बदल दें.

4 / 6ठंड में डीजल में मोम जैसे कण जमने लगते हैं, जिससे फ्यूल लाइन ब्लॉक हो सकती है. इससे इंजन झटके खाने लगता है या बंद हो जाता है. इस समस्या से बचने के लिए फ्यूल टैंक को हमेशा कम से कम आधा भरा रखें. इसके साथ ही एंटी-फ्रीज एडिटिव का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.

ठंड में डीजल में मोम जैसे कण जमने लगते हैं, जिससे फ्यूल लाइन ब्लॉक हो सकती है. इससे इंजन झटके खाने लगता है या बंद हो जाता है. इस समस्या से बचने के लिए फ्यूल टैंक को हमेशा कम से कम आधा भरा रखें. इसके साथ ही एंटी-फ्रीज एडिटिव का इस्तेमाल भी किया जा सकता है.

5 / 6सर्दियों में हवा सिकुड़ने से टायर का दबाव कम हो जाता है. कम प्रेशर के कारण ट्रैक्टर पर लोड बढ़ जाता है और डीजल ज्यादा लगता है. इसलिए सप्ताह में एक-दो बार टायर प्रेशर जरूर चेक करें और आवश्यकता अनुसार सही प्रेशर में भरें. सही प्रेशर होने पर ट्रैक्टर तेज चलेगा, डीजल की बचत होगी और ट्रैक्टर का लोड भी कम रहेगा.

सर्दियों में हवा सिकुड़ने से टायर का दबाव कम हो जाता है. कम प्रेशर के कारण ट्रैक्टर पर लोड बढ़ जाता है और डीजल ज्यादा लगता है. इसलिए सप्ताह में एक-दो बार टायर प्रेशर जरूर चेक करें और आवश्यकता अनुसार सही प्रेशर में भरें. सही प्रेशर होने पर ट्रैक्टर तेज चलेगा, डीजल की बचत होगी और ट्रैक्टर का लोड भी कम रहेगा.

6 / 6रात की ओस या हल्की सर्दियों की बारिश भी ट्रैक्टर के इंजन और इलेक्ट्रिक सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती है. कोशिश करें कि ट्रैक्टर को शेड या चारदीवारी के अंदर पार्क करें. यदि यह संभव न हो तो अच्छे क्वालिटी वाला कवर जरूर लगाएं, जिससे इंजन, बैटरी और इलेक्ट्रिकल सिस्टम सुरक्षित रहें और ट्रैक्टर लंबे समय तक सही हालत में रहे.

रात की ओस या हल्की सर्दियों की बारिश भी ट्रैक्टर के इंजन और इलेक्ट्रिक सिस्टम को नुकसान पहुंचा सकती है. कोशिश करें कि ट्रैक्टर को शेड या चारदीवारी के अंदर पार्क करें. यदि यह संभव न हो तो अच्छे क्वालिटी वाला कवर जरूर लगाएं, जिससे इंजन, बैटरी और इलेक्ट्रिकल सिस्टम सुरक्षित रहें और ट्रैक्टर लंबे समय तक सही हालत में रहे.

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