चाय बागानों में पत्तियों की तुड़ाई के लिए समय पर मजदूर नहीं मिलने का संकट खत्म होने वाला है. क्योंकि, नई ऑटोमिटिक हाइड्रोलिक मशीन तेजी से और कई मजदूरों का काम अकेले करेगी. वहीं, पहले से काम करने वाले मजदूरों को इस मशीन की मदद से हर दिन घंटों झुक-झुककर पत्तियां तोड़ने की मशक्कत नहीं करनी पड़ेगी. यहां हम बात कर रहे हैं एक नई स्वदेशी हाइड्रॉलिक मशीन की, जो बिना रुके ऑटोमेटिक चाय की पत्तियां तोड़ेगी, वो भी बेहद कुशलता और सफाई से. इस मशीन से अब पत्ती तुड़ाई का काम कुछ ही घंटों में निपट जाएगा.
इस तकनीकी बदलाव से चाय उद्योग को बड़ी राहत मिलने वाली है, खासकर वहां जहां मजदूरों की कमी और समय की चुनौती लगातार बढ़ रही है. यह मशीन समय बचाएगी, उत्पादन बढ़ाएगी और कामकाज को आसान बनाएगी और यही वजह है कि इसे चाय उद्योग में गेमचेंजर माना जा रहा है.
हाइड्रोलिक ट्रांसमिशन जैसे फीचर्स से लैस
नई तकनीक से लैस यह मशीन भारत में बनी है. इसमें हाइड्रॉलिक ट्रांसमिशन और कूलिंग सिस्टम जैसे फीचर्स दिए गए हैं, जो इसकी कार्यक्षमता को और बढ़ाते हैं. इसके साथ ही, डिस्क-टाइप नेगेटिव ब्रेक सिस्टम वाहन को सुरक्षित और स्थिर बनाती है. इस वाहन की ऊंचाई 1.4 मीटर है और इसकी ट्रैक चौड़ाई लगभग 1.4 से लेकर 2 मीटर तक ऊंचाई की जा सकती है, जिससे यह अलग-अलग चाय बागानों के लिए उपयुक्त होती है.
कई गुना तेज काम करेगी मशीन
इस मशीन के आने से चाय पत्तियों की तुड़ाई का काम पहले से कहीं आसान और तेज हो जाएगा. पहले जहां मजदूरों को पत्तियां तोड़ने में काफी समय और मेहनत लगती थी, अब यह ऑटोमेटिक मशीन वही काम कई गुना तेजी से कर सकेगी. इसकी ऑन-रोड गति 20 किलोमीटर प्रति घंटा तक है, जिससे बागानों में काम और अधिक कुशल, असरदार और समय बचाने वाला बन जाएगा.
ध्वनि प्रदूषण कम करने में सक्षम
इस हाइड्रॉलिक वाहन की एक और खास बात यह है कि यह पर्यावरण के लिए उपयुक्त होती है. चाय बागानों में मशीनों की आवाज और ध्वनि प्रदूषण कम करने के लिए इस वाहन को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यह शांति से काम करता है. साथ ही, इसके द्वारा कार्य करने में समय की बचत होगी और ऊर्जा की खपत भी कम होगी. इस स्वदेशी हाइड्रॉलिक वाहन के आने से चाय उद्योग में क्रांति का आगाज होगा, जिससे किसानों और चाय बागान मालिकों के लिए नई संभावनाएं और बेहतर उत्पादन की दिशा में कदम बढ़ाना आसान हो जाएगा.