स्मार्ट तरीके से करें खरगोश पालन, किसानों को कम खर्च में मिलेगा जबरदस्त फायदा

खरगोश छोटे आकार के होते हैं और इन्हें रखने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती. घर के आंगन, छत या फार्म में आसानी से इन्हें रखा जा सकता है.

Kisan India
नई दिल्ली | Published: 19 Aug, 2025 | 01:19 PM

पशुपालन की दुनिया में खरगोश पालन एक तेजी से बढ़ता व्यवसाय बनता जा रहा है. भारत में यह कारोबार लंबे समय से किया जा रहा है क्योंकि यहां की जलवायु खरगोश पालन के लिए अनुकूल है. छोटे आकार, कम जगह की जरूरत और तेजी से प्रजनन की क्षमता के कारण यह किसानों और छोटे व्यवसायियों के लिए फायदे का सौदा बन सकता है. खरगोश को मांस, चमड़ा, ऊन, रिसर्च और मनोरंजन के लिए भी पाला जाता है.

खरगोश पालन के फायदे

कम जगह और कम खर्च: खरगोश छोटे आकार के होते हैं और इन्हें रखने के लिए ज्यादा जगह की जरूरत नहीं होती. घर के आंगन, छत या फार्म में आसानी से इन्हें रखा जा सकता है.

तेजी से बढ़ते हैं: 4-5 महीने में ये बाजार के लिए तैयार हो जाते हैं.

सस्ता आहार: इन्हें बची हुई सब्जियां, हरी पत्तियां, और खुद उगाए अनाज खिलाकर पालन किया जा सकता है.

तेज प्रजनन: एक मादा खरगोश हर महीने 2-6 बच्चे पैदा कर सकती है. इससे संख्या तेजी से बढ़ती है और व्यवसाय में मुनाफा बढ़ता है.

रोजगार के अवसर: ग्रामीण महिलाएं और बेरोजगार युवा इसे एक छोटा व्यवसाय शुरू करने के रूप में अपना सकते हैं.

पालन के लिए जरूरी बातें

अच्छी नस्ल का चुनाव: स्वस्थ और प्रमाणित नस्ल के खरगोश चुनें. प्रजनन के लिए 5 मादा खरगोश पर 1 नर खरगोश पर्याप्त होता है.

पिंजरे का चुनाव और रख-रखाव: खरगोशों के लिए 18” x 24” x 12” के पिंजरे उपयुक्त होते हैं. पिंजरे को दो स्तरों में बनाया जा सकता है ताकि जगह बचाई जा सके. पिंजरे की सफाई नियमित रूप से करें, यह खरगोशों की सेहत के लिए जरूरी है.

गर्भधारण और बच्चों की देखभाल: मादा खरगोश की गर्भावस्था लगभग 30-32 दिन की होती है. जन्म से पहले पिंजरे में छोटा बक्सा रखें ताकि मादा खरगोश घोंसला बना सके. बच्चे 3-4 हफ्तों में खाना शुरू कर देते हैं और 6-7 हफ्तों में मां से अलग किए जा सकते हैं.

खान-पान और स्वास्थ्य

खरगोश हरी सब्जियां, अनाज और बचा हुआ खाना खा सकते हैं. सही आहार और साफ-सफाई से उनकी सेहत अच्छी रहती है. देखभालहोने पर आंखों में संक्रमण, छींकना, गर्दन टेढ़ी होना या पैरों में घाव जैसी समस्याएं हो सकती हैं. साधारण दवाओं और नियमित सफाई से इन समस्याओं से निपटा जा सकता है.

अतिरिक्त लाभ

ऊना और चमड़ा: कुछ नस्लों से ऊन और चमड़ा भी कमाया जा सकता है.

शोध और मनोरंजन: खरगोश प्रयोगशालाओं और घरेलू पालतू जानवरों के रूप में भी लोकप्रिय हैं.

व्यवसाय की विविधता: छोटे निवेश से शुरू करके समय के साथ फार्म का विस्तार किया जा सकता है.

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