बारिश के मौसम में किसानों को फसलों की सिंचाई की जरूरत नहीं होती, क्योंकि उनको बारिश के पानी से सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिल जाता है. लेकिन कई बार बारिश कम होने के कारण किसानों के सामने खरीफ फसलों की सिंचाई का संकट आ जाता है. इस संकट से किसानों को निकालने के लिए बिहार सरकार ने खरीफ फसलों की खेती करने वाले किसानों के लिए राहत भरा कदम उठाया है. सिंचाई की समस्या को दूर करने के लिए बिहार सरकार ने किसानों को डीजल पर सब्सिडी देने की योजना बनाई है. इस योजना के तहत सिंचाई की लागत को कम किया जा सकेगा और फसल भी समय पर तैयार हो सकेगी.
बिहार सरकार द्वारा डीजल पंपसेट से खेतों की सिंचाई करने पर 75 रुपये प्रति लीटर की दर से सब्सिडी दी जा रही है. यानी कोई किसान एक एकड़ के लिए पंपसेट में 10 लाटर डीजल का इस्तेमाल करता है तो उसे प्रति एकड़ 750 रुपये की दर से सब्सिडी दी जाएगी. धान और जूट फसल की अधिकतम 2 सिंचाई के लिए 1500 रुपये प्रति एकड़ दिया जाएगा.इसके साथ ही खड़ी फसल में धान, मक्का, दलहनी, तिलहनी, मौसमी सब्जी, औषधीय और सुगंधित पौधे की ज्यादा से ज्यादा 3 सिंचाई के लिए 2250 रुपये प्रति एकड़ सब्सिडी के तौर पर दिया जाएगा.
किन किसानों को मिलेगा योजान का लाभ
बिहार कृषि विभाग द्वारा सोशल मीडिया पर दी गई जानकारी के अनुसार, खड़ी फसलों की सिंचाई के लिए डीजल के इस्तेमाल के लिए सभी श्रेणी के किसानों को योजना का लाभ मिलेगा, चाहे वे खुद जमीन के मालिक हों या बटाईदार किसान हों. योजना का लाभ परिवार से किसी एक ही सदस्य को दिया जाएगा और हर किसान को अधिकतम 8 एकड़ के लिए डीजल पर सब्सिडी दी जाएगी. बता दें कि सब्सिडी का पैसा सीधे किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जाएगा. किसान प्रदेश सरकार की इस योजना का लाभ 30 अक्टूबर 2025 तक उठा सकेंगे. इसके साथ ही इस योजना का लाभ केवल पंजीकृत किसानों को ही दिया जाएगा. खास बात ये है कि अगर योजाना के लिए आवेदन करते समय किसानों से कोई गलती हो जाती है तो वे दोबार आवेदन कर सकते हैं.
यहां कर सकते हैं आवेदन
बिहार के जो किसान सरकार की इस योजना का लाभ उठाना चाहते हैं वे बिहार सरकार की आधिकारिक वेबसाईट state.bihar.gov.in/krishi/CitizenHome के दिये गये लिंक DBT in Agriculture पर या dbtagriculture.bihar.gov.in पर डीजल सब्सिडी के लिए आवेदन कर सकते हैं.