सोनालिका ट्रैक्टर ने रचा इतिहास: बांग्लादेश में एक ही दिन में 350 ट्रैक्टर की डिलीवरी, बना विश्व रिकॉर्ड
कंपनी के बांग्लादेशी वितरक एसीआई मोटर्स लिमिटेड (ACI Motors Ltd) ने एक ही दिन में 350 ट्रैक्टरों की डिलीवरी कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. यह उपलब्धि मात्र चार घंटे में हासिल की गई, जो कृषि क्षेत्र में एक नई मिसाल बन गई है.
भारत की अग्रणी ट्रैक्टर निर्माता कंपनी सोनालिका ट्रैक्टर ने एक बार फिर इतिहास रच दिया है. कंपनी के बांग्लादेशी वितरक एसीआई मोटर्स लिमिटेड (ACI Motors Ltd) ने एक ही दिन में 350 ट्रैक्टरों की डिलीवरी कर गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड में अपना नाम दर्ज कराया है. यह उपलब्धि मात्र चार घंटे में हासिल की गई, जो कृषि क्षेत्र में एक नई मिसाल बन गई है. यह ऐतिहासिक समारोह दिनाजपुर, बांग्लादेश में आयोजित हुआ, जिसका थीम था “Sonalikar Bisshojoy” — यानी सोनालिका की विश्व विजय.
सफलता का जश्न और किसानों के प्रति समर्पण
इस समारोह में हजारों किसानों और डीलरों ने भाग लिया. यह आयोजन सिर्फ ट्रैक्टर डिलीवरी का कार्यक्रम नहीं था, बल्कि यह प्रगति, साझेदारी और उत्पादकता का उत्सव था. सोनालिका की इस उपलब्धि ने यह साबित कर दिया कि भारतीय तकनीक और नवाचार अब वैश्विक मंच पर भी मजबूती से अपनी छाप छोड़ रहे हैं.
कंपनी का कहना है कि यह सफलता केवल एक आंकड़ा नहीं, बल्कि किसानों के विश्वास, मेहनत और उनकी जरूरतों को समझने की यात्रा का परिणाम है.
बांग्लादेश में सोनालिका की मजबूत पकड़
सोनालिका ट्रैक्टर बीते पांच सालों से बांग्लादेश का नंबर-1 ट्रैक्टर ब्रांड है. कंपनी का बाजार हिस्सा 50 प्रतिशत से अधिक है. यह अपने 30 से 75 हॉर्सपावर (HP) के हेवी-ड्यूटी ट्रैक्टर बांग्लादेश को निर्यात करती है. खास बात यह है कि इन ट्रैक्टरों को वहां की मिट्टी और फसलों की जरूरतों के हिसाब से कस्टमाइज किया जाता है. इन ट्रैक्टरों की मजबूती, ईंधन बचत और उन्नत तकनीक के कारण वे बांग्लादेशी किसानों के बीच बेहद लोकप्रिय हैं.
दुनिया का सबसे बड़ा ट्रैक्टर प्लांट
हर सोनालिका ट्रैक्टर भारत के होशियारपुर (पंजाब) स्थित दुनिया के सबसे बड़े इंटीग्रेटेड ट्रैक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट में तैयार किया जाता है. यहां हर दो मिनट में एक नया ट्रैक्टर तैयार होता है. यह संयंत्र न केवल अत्याधुनिक तकनीक से सुसज्जित है, बल्कि इसमें गुणवत्ता नियंत्रण के सख्त मानदंडों का पालन किया जाता है. यह वही स्थान है जहां से भारत की मिट्टी की महक अब दुनियाभर के खेतों तक पहुंच रही है.
नेतृत्व का संदेश
इंटरनेशनल ट्रैक्टर्स लिमिटेड (International Tractors Limited) के प्रबंध निदेशक दीपक मित्तल ने इस रिकॉर्ड पर कहा, “यह गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड हर किसान और हर साझेदार के समर्पण को समर्पित है जिन्होंने हमारी यात्रा पर भरोसा किया.”
वहीं कंपनी के डायरेक्टर और सीईओ (इंटरनेशनल बिजनेस) गौरव सक्सेना ने कहा, “हमारी यात्रा भारतीय मिट्टी से शुरू हुई थी, और आज दुनिया के हर कोने में हमारी पहचान है. हमारा लक्ष्य है ऐसी इनोवेशन करना जो हर किसान का सम्मान करे और उसकी मेहनत को और सशक्त बनाए.”
भारत से दुनिया तक ‘मेक इन इंडिया’ की ताकत
सोनालिका की यह उपलब्धि सिर्फ कंपनी की नहीं, बल्कि ‘मेक इन इंडिया’ मिशन की वैश्विक सफलता है. इस रिकॉर्ड के साथ भारत ने दुनिया को यह दिखाया है कि जब संकल्प, गुणवत्ता और नवाचार एक साथ चलते हैं, तो सीमाएं मायने नहीं रखतीं.
आज सोनालिका सिर्फ एक ट्रैक्टर ब्रांड नहीं, बल्कि किसानों की उम्मीद और आत्मनिर्भर कृषि का प्रतीक बन चुकी है. बांग्लादेश में बना यह रिकॉर्ड आने वाले समय में कई अन्य देशों के लिए प्रेरणा बनेगा कि भारतीय तकनीक अब सिर्फ प्रतिस्पर्धा नहीं करती — वह नेतृत्व करती है.