राजस्थान, एमपी, ओडिशा और यूपी में भारी बारिश का दौर, मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश के चलते मैदानी इलाकों में बहने वाली नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. गंगा, यमुना, कोसी और रामगंगा जैसी नदियां ऊफान पर हैं, जिससे तराई और निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.

नई दिल्ली | Updated On: 14 Jul, 2025 | 07:41 AM

देश में मानसून अब पूरी तरह से सक्रिय हो चुका है और अगले 24 घंटों के दौरान दो बड़े सिस्टम के बनने की संभावना जताई जा रही है, एक उत्तर-पश्चिम मध्य प्रदेश और आसपास के क्षेत्र में, जबकि दूसरा बंगाल की खाड़ी और ओडिशा के तटीय इलाकों में. इसका असर देश के कई हिस्सों में भारी से बहुत भारी बारिश के रूप में देखने को मिलेगा. मौसम विभाग ने कई राज्यों के लिए रेड और ऑरेंज अलर्ट जारी कर दिया है.

उत्तर-पश्चिम भारत में तेज बारिश की संभावना

मध्य और पूर्वी भारत में बना रहेगा बारिश का जोर

मौसम विभाग के मुताबिक मध्य भारत के राज्यों में बहुत भारी बारिश का असर देखा जाएगा.

गुजरात और महाराष्ट्र में फिर सक्रिय होगा मानसून

पूर्वोत्तर भारत में बरसात का दौर जारी

पूर्वोत्तर भारत में अगले 5 से 6 दिन तक बारिश का जोर जारी रहेगा. असम, मेघालय, नागालैंड, मणिपुर, मिजोरम, त्रिपुरा और अरुणाचल प्रदेश में 13 से 19 जुलाई के बीच भारी बारिश की आशंका है. 15 जुलाई को मेघालय में बहुत भारी वर्षा हो सकती है.

दक्षिण भारत में भारी बारिश के साथ तेज हवाएं

दक्षिणी प्रायद्वीपीय भारत में बारिश के साथ हवाएं भी चिंता का विषय बनी हुई हैं. केरल और माहे, कर्नाटक, आंध्र प्रदेश, तमिलनाडु, रायलसीमा में 13 से 19 जुलाई तक बारिश हो सकती है. खासकर 16 से 18 जुलाई के बीच केरल और तटीय कर्नाटक में बहुत भारी वर्षा का अनुमान है. इस क्षेत्र में समुद्र के किनारे और खुले स्थानों पर 40-50 किमी प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चलने की संभावना जताई गई है.

गर्मी और उमस से कुछ हिस्सों में राहत नहीं

जहां एक ओर अधिकतर राज्य मानसूनी बारिश का आनंद ले रहे हैं, वहीं कुछ हिस्सों में उमस और गर्मी परेशान कर रही है. तमिलनाडु, आंध्र प्रदेश और रायलसीमा के कुछ इलाकों में 13 से 15 जुलाई तक गर्म और उमस भरे मौसम की चेतावनी दी गई है.

नदियों का जलस्तर बढ़ा, बाढ़ का खतरा

देश के पहाड़ी इलाकों में हो रही लगातार बारिश के चलते मैदानी इलाकों में बहने वाली नदियों का जलस्तर भी तेजी से बढ़ रहा है. गंगा, यमुना, कोसी और रामगंगा जैसी नदियां ऊफान पर हैं, जिससे तराई और निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा मंडरा रहा है.

Published: 14 Jul, 2025 | 07:39 AM

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