एक ओर देशभर में जहां बारिश से लोगों को राहत मिली है वहीं दूसरी ओर देश के कई हिस्सों में भारी बारिश से नदियों का जलस्तर लगातार बढ़ता जा रहा है, जिसके कारण किसानों को भारी नुकसान उठाना पड़ रहा है. नदियों में आने वाली बाढ़ से आसपास के खेतों के फसलें पौधा बनने से पहले ही तबाह हो रही हैं.मध्यप्रदेश के कस्बे नैनपुर अंचल में आलोन नदी की बाढ़ ने फसलों को भारी नुकसान पहुंचाया है. यहां पर मक्का, अरहर, और धान की फसल पौधा बनने से पहले ही बाढ़ में बह गई हैं.
पौधा बनने से पहले बह गई फसल
पिछले कई दिनों से लगातार हो रही बारिश अब किसानों के लिए आफत बन गई है. एमपी के नैनपुर अंचल कस्बे में आलोन नदी में आई बाढ़ ने किसानों की मुश्किलें बढ़ा दी हैं. यहां के किसानों ने बताया कि उन्होने मक्के और धान की महंगी वाली हाइब्रिड किस्मों के बीजों की बुवाई की थी. लेकिन ये बीज पौधा बनने से पहले ही बाढ़ के पानी में बह गए. जिसके बाद से नैनपुर के किसानों के सामने बड़ा आर्थिक संकट खड़ा हो गया है.
प्रशासन से मदद की गुहार
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार नैनपुर कस्बे में रहने वाले समाज सेवक संतोष कुमार पूसाम ने बताया कि नैनपुर के अलावा और भी बहुत से ग्रामीण इलाके हैं जहां बाढ़ के कारण किसानों की फसलें खराब हो गई हैं. उन्होंने किसानों की आवाज बनकर प्रशासन से गुहार लगाई है कि मौसम की मार के चलते इलाके के किसान आत्महत्या करने को मजबूर हो गए हैं. इसलिए प्रशासन इन किसानों की जाविका का इंतजाम करें ताकि किसान अपनी रोजी-रोटी चला सके.

नैनपुर में काम करने वाले समाज सेवक
प्रभावित किसानों को मुआवजा दिलाने का मांग
मीडियो से बात करते हुए किसान कमलेश गौड़ ने बताया कि इलाके में समय से पहले बाढ़ आने के कारण किसानों को इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है. कमलेश ने बताया कि किसानों ने सरकार से मांग की है वे उन्हें उनके नुकसान का उचित मुआवजा दें.कमलेश ने ये भी बताया कि प्रशासन को समय से पहले ही बाढ़ से होने वाले नुकसान के बारे में जानकारी दे दी गई थी. लेकिन प्रशासन की तरफ से कोई उचित इंतजाम नहीं किए गए.

नैनपुर में मक्का और धान उगाने वाले किसान कमलेश
48 घंटे के अंदर कार्रवाई के निर्देश
नैनपुर के एसडीएम आशुतोष महादेव ठाकुर ने बताया कि सभी प्रभावित किसानों के नुकसान की सारी जानकारी जुटाई जा रही है. उन्होंने ये भी बताया कि जिला कलेक्ट्रेट ने सभी प्रभावित किसानों की जानकारी जल्द से जल्द इकट्ठा की जाए और अगले 48 घंटों के अंदर उचित कार्रवाई की जाए.

नैनपुर SDM आशुतोष महादेव ठाकुर