भारत में इस साल कॉफी उत्पादन पर मौसम की मार भारी पड़ रही है. अमेरिकी कृषि विभाग (USDA) की ताजा रिपोर्ट के अनुसार, 2025-26 सीजन में भारत की कुल कॉफी पैदावार करीब 60 लाख बैग (प्रत्येक बैग 60 किलो) रहने का अनुमान है. यह अनुमान पिछले कुछ सालों के मुकाबले कम है और इसके पीछे का मुख्य कारण है असामान्य मौसम.
रिपोर्ट के मुताबिक, जनवरी-फरवरी में पड़े लंबे सूखे, मार्च में चलीं तेज हवाओं और मई में हुई जरूरत से ज्यादा प्री-मानसून बारिश ने कॉफी की फसलों को काफी नुकसान पहुंचाया है. इन मौसम संबंधी परेशानियों के कारण इस बार पैदावार में गिरावट देखी जा रही है.
अरबिका और रोबस्टा की कीमतों में जबरदस्त उछाल
मौसम की मार और वैश्विक स्तर पर कॉफी की आपूर्ति में कमी के चलते फार्मगेट (यानी खेत स्तर पर मिलने वाली) कीमतों में जबरदस्त बढ़ोतरी हुई है. एक ओर जहां अरबिका की कीमतों में 64% तो वहीं रोबस्टा की कीमतों में 24% की बढ़ोतरी दर्ज की गई है.
घटेगा निर्यात, लेकिन देश में खपत बढ़ रही
हालांकि पैदावार कम होने से निर्यात 60 लाख बैग तक गिर सकता है, लेकिन एक अच्छी खबर यह है कि देश में कॉफी की मांग बढ़ रही है, खासतौर पर सॉल्युबल (घुलनशील) कॉफी की. अनुमान है कि घरेलू खपत बढ़कर 14 लाख बैग तक पहुंच सकती है. इससे निर्यात में आई कमी की भरपाई कुछ हद तक हो सकती है. इससे पहले भारत ने लगातार तीसरे साल सरकारी लक्ष्य से ज्यादा कॉफी निर्यात किया था, लेकिन इस बार मौसम ने ब्रेक लगा दिया है.