पंजाब के संगरूर जिला स्थित खडियाल गांव में आज तड़के सुनाम सब ब्रांच नहर में लगभग 40 फुट चौड़ा कटाव हो गया. इससे नहर का पानी करीब 300 एकड़ खेतों में फैल गया, जिससे 50 से ज्यादा किसानों की धान और मक्का की फसल को नुकसान पहुंचा है. कटाव गुरुवार तड़के हुआ था. ग्रामीणों ने तुरंत अधिकारियों को सूचना दी, लेकिन शाम तक भी कटाव पूरी तरह बंद नहीं किया जा सका.
संगरूर के डिप्टी कमिश्नर संदीप ऋषि ने कहा कि कटाव के समय नहर में 400 क्यूसेक पानी बह रहा था. पानी कम होते ही सिंचाई विभाग ने कटाव को भरने का काम शुरू कर दिया है. उन्होंने उम्मीद जताई कि रात तक कटाव बंद कर दिया जाएगा, और अगले एक-दो दिनों में नहर के किनारों को मजबूत करने का काम भी पूरा कर लिया जाएगा.
किसानों को जल्द मिले मुआवजा
खडियाल गांव के निवासी और युवा नेता हरपाल सिंह ने कहा कि इस नहर में पिछले साल भी कटाव हुआ था. उस समय भी ग्रामीणों ने नहर के किनारों को मजबूत करने की मांग की थी, लेकिन प्रशासन ने कोई कार्रवाई नहीं की. उन्होंने कहा कि अधिकारियों की लापरवाही के कारण आज किसानों को भारी नुकसान हुआ है, क्योंकि उन्हें अब दोबारा धान की रोपाई करनी पड़ेगी. वहीं, संगरूर से शिअद (SAD) के क्षेत्र प्रभारी विनरजीत सिंह गोल्डी ने पंजाब सरकार से मांग की है कि जिन किसानों की सैकड़ों एकड़ फसल बर्बाद हुई है, उन्हें उचित मुआवजा दिया जाए.
फाजिल्का जिले में भी हुआ था कटाव
बता दें कि पिछले साल फाजिल्का जिले के अबोहर में सालउस्मानखेड़ा गांव के पास मलकपुरा डिस्ट्रिब्यूटरी में लगभग 100 फुट चौड़ा कटाव हो गया था, जिससे कपास और अन्य फसलें सैकड़ों एकड़ में पानी में डूब गई थीं. इससे किसानों को भारी नुकसान हुआ था. किसानों ने नहर विभाग के अधिकारियों पर लापरवाही और निर्माण में घटिया सामग्री इस्तेमाल करने का आरोप लगाया था. साथ ही किसानों ने आरोप लगाया था कि नहर निर्माण के समय पैनलों के नीचे प्लास्टिक शीट्स ठीक से नहीं बिछाई गईं, जिस कारण पानी रिसता है और नहर जल्दी क्षतिग्रस्त हो जाती है.