Bihar Election 2025: बिहार चुनाव से पहले बिछी सियासी बिसात, राहुल गांधी-तेजस्वी ने पटना में किया ‘खेला’

राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुए. लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में INDIA गठबंधन को बहुमत मिला, लेकिन कुछ ही महीनों बाद हुए विधानसभा चुनाव में हम कमजोर हो गए.

नोएडा | Updated On: 9 Jul, 2025 | 08:08 PM

Mahagathbandhan Bihar Bandh: बिहार में चल रहे वोटर लिस्ट रिवीजन के खिलाफ महागठबंधन ने बुधवार को प्रदेश बंद का आह्वान किया, जिसका व्यापक असर लगभग सभी जिलों में देखने को मिला. राजधानी पटना में कांग्रेस, राष्ट्रीय जनता दल और वाम दल के कार्यकर्ताओं ने टायर जलाकर प्रदर्शन किया. इस प्रदर्शन में महागठबंधन के कई बड़े नेताओं ने हिस्सा लिया. खुद लोकसभा में प्रतिपक्ष के नेता और कांग्रेस सांसद राहुल गांधी ने भी बिहार बंद में सिरकत की. उन्होंने राजद नेता तेजस्वी यादव, CPI महासचिव डी राजा, भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी (मार्क्सवादी-लेनिनवादी) लिबरेशन के नेता दीपांकर भट्टाचार्य और बिहार कांग्रेस अध्यक्ष राजेश राम के साथ गाड़ी पर सवार होकर बिहार बंद का समर्थन किया.

इस दौरान मीडिया से बात करते हुए राहुल गांधी ने कहा कि चुनाव आयोग मैं आपको साफ बोल रहा हूं. मैं बिहार और हिन्दुस्तान की जनता को स्पष्ट कह रहा हूं कि महाराष्ट्र का चुनाव चोरी किया गया था. अब वैसे ही बिहार में चुनाव चोरी करने की कोशिश की जा रही है. राहुल गांधी ने कहा कि उन्हें पता है कि हमने महाराष्ट्र मॉडल समझ लिया है. इसलिए वे बिहार में वोटर लिस्ट रिवीजन मॉडल लाए हैं, जो गरीबों के वोट छीनने का तरीका है.

चुनाव आयोग पर राहुल गांधी का तंज

कांग्रेस नेता ने कहा कि मैं बिहार की धरती से स्पष्ट संदेश देना चाहता हूं कि आपको (चुनाव आयोग) जो करना है करिए, लेकिन बाद में कानून आप पर भी लागू होगा. लोकसभा प्रतिपक्ष ने कहा कि भले ही आप कितने भी बड़े पद पर बैठे हों, कानून आपको नहीं छोड़ेगा. राहुल गांधी ने कहा कि आपका काम भाजपा का काम करने का नहीं है, आपका काम हिन्दुस्तान के संविधान की रक्षा करने का है और आप अपना काम नहीं कर रहे हो.

महाराष्ट्र – हरियाणा में हुआ था खेल

राहुल गांधी ने कहा कि लोकसभा चुनाव के तुरंत बाद महाराष्ट्र और हरियाणा में विधानसभा चुनाव हुए. लोकसभा चुनाव में महाराष्ट्र में INDIA गठबंधन को बहुमत मिला, लेकिन कुछ ही महीनों बाद हुए विधानसभा चुनाव में हम कमजोर हो गए. उस वक्त हमने ज्यादा कुछ नहीं कहा, लेकिन हमने इस पर काम करना शुरू किया और डेटा खंगालना शुरू किया, क्योंकि 21वीं सदी डेटा की सदी है. जब हमने आंकड़े देखे, तो पता चला कि लोकसभा और विधानसभा चुनाव के बीच एक करोड़ नए वोटर जुड़े.

10 फीसदी ज्यादा लोगों ने वोट डाला

राहुल ने कहा कि विधानसभा चुनाव में 10 फीसदी ज्यादा लोगों ने वोट डाला. जब हमने यह देखा कि ये नए वोटर कहां से आए, तो हम चौंक गए. जिन-जिन सीटों पर वोटर की संख्या बढ़ी, वहां बीजेपी जीत गई और ये सभी नए वोट बीजेपी को ही गए. लेकिन अब हम बिहार में ऐसा नहीं होने देंगे.

सम्राट चौधरी ने राहुल गांधी को कहा राजकुमार

वहीं, राहुल गांधी के बिहार दौरे और महागठबंधन के बिहार बंद के आह्वान पर उपमुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ये लोग कामचोर हैं. ये लोग कभी मेहनत नहीं कर सकते. बिहार के लोगों ने सहमति दे दी कि हम समीक्षा कराएंगे. डिप्टी सीएम ने कहा कि ये लोग राजकुमार हैं. उन्होंने तंज सकते हुए कहा कि गांधी परिवार का राजकुमार और लालू यादव का राजकुमार लोकतंत्र में भरोसा करने वाले लोग नहीं हैं. उन्हें किसी भी हालत में सत्ता चाहिए. खास बात यह है कि कांग्रेस नेताओं ने दूसरे राज्य में भी बिहार बंद का समर्थन किया.

चुनाव आयोग देश का एक निष्पक्ष प्रतिष्ठान

पश्चिम बंगाल में कांग्रेस नेता अधीर रंजन चौधरी ने कहा कि राहुल गांधी ने सही पहल शुरू की है. चुनाव आयोग हमारे देश का एक निष्पक्ष प्रतिष्ठान है. लेकिन आज सारे देश के सामने इस प्रतिष्ठान की छवि धूमिल होती जा रही है. सारा देश देख रहा है कि राहुल गांधी की सभी शिकायतें और आरोप सही साबित हुए हैं. उन्होंने कहा कि बिहार के आम लोग जानते हैं कि चुनावी सूचि में जो संशोधन किए जा रहे हैं, वे केवल है ताकि आम लोग इस चुनाव में मतदान न कर सकें.

इन जिलों में दिखा प्रदर्शन का असर

वहीं, बिहार बंद का असर पूरे राज्य में देखने को मिला. सुबह 6 बजे से शुरू हुए प्रदर्शन की वजह से राज्य में 10 से ज्यादा नेशनल हाईवे जाम कर दिए गए. पटना को उत्तर बिहार से जोड़ने वाले मुख्य पुल को बंद करने से लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ा. मुजफ्फरपुर, दरभंगा, मधुबनी, सुपौल, जहानाबाद, पटना और मुंगेर जैसे कई जिलों में ट्रेनों को भी रोका गया. मुजफ्फरपुर में वंदे भारत और दरभंगा में नमो भारत एक्सप्रेस को प्रदर्शनकारियों ने रोक दिया. ये आंदोलन दोपहर करीब 3 बजे तक चला, जिसके बाद विपक्षी नेताओं ने इसे खत्म किया. पटना में पप्पू यादव भी अपने समर्थकों के साथ सड़कों पर उतरे और चुनाव आयोग के खिलाफ विरोध दर्ज कराया. हालांकि, बंद के दौरान यात्रियों को काफी परेशानियों का सामना करना पड़ा. लेकिन अभी तक बंद के दौरान हिंसा और कोई अप्रीय घटना सामने नहीं आई है.

Published: 9 Jul, 2025 | 06:10 PM