सोशल मीडिया पर आए दिन कोई न कोई “सरकारी योजना” वायरल होती रहती है. हाल ही में एक ऐसा ही मैसेज तेजी से फैल रहा है, जिसमें दावा किया जा रहा है कि सरकार महिलाओं को मुफ्त में सोलर आटा चक्की देने जा रही है. जाहिर है, यह खबर सुनकर कई लोग उत्साहित हो जाते हैं और फॉर्म भरने के लिए दिए गए लिंक पर क्लिक भी कर लेते हैं. लेकिन क्या यह योजना सच में है? आइए विस्तार से जानते हैं.
क्या कहता है वायरल मैसेज?
मैसेज में साफ लिखा है कि अगर कोई महिला है और वह दिए गए लिंक पर फॉर्म भरती है, तो सरकार उसे मुफ्त में सोलर आटा चक्की देगी. साथ ही इसमें लिखा है कि यह योजना “महिलाओं के सशक्तिकरण” और “रोजगार बढ़ाने” के लिए शुरू की गई है.
लोगों को यह मैसेज इतना आकर्षक लग रहा है कि बहुत-सी महिलाएं बिना सोचे-समझे फॉर्म भर रही हैं और अपनी निजी जानकारी साझा कर रही हैं.
सरकार ने दी सफाई
PIB Fact Check टीम ने इस मैसेज की जांच की. नतीजा यह निकला कि ऐसा कोई भी स्कीम सरकार की तरफ से नहीं चलाया जा रहा है. PIB ने साफ कहा कि यह फर्जी योजना है और इस तरह के मैसेज पर भरोसा न करें.
उन्होंने सोशल मीडिया पर अलर्ट जारी करते हुए बताया कि यह स्कैम है, और लोग अपनी निजी जानकारी जैसे- नाम, पता, मोबाइल नंबर, बैंक अकाउंट या आधार नंबर – किसी अनजान लिंक पर कभी न डालें.
#Youtube चैनल “sarkariyojana045” के एक वीडियो शॉर्ट्स में दावा किया जा रहा है कि केंद्र सरकार द्वारा फ्री सोलर आटा चक्की योजना के तहत महिलाओं को नि:शुल्क आटा चक्की दी जाती है। #PIBFactCheck
❌ यह दावा #फर्जी है।
✅ केंद्र सरकार द्वारा वर्तमान में ऐसी कोई योजना नहीं चलाई जा… pic.twitter.com/IGEBuWEfjb
— PIB Fact Check (@PIBFactCheck) September 3, 2025
क्यों फैलते हैं ऐसे फर्जी मैसेज?
विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे मैसेज अक्सर लोगों की जरूरतों और भावनाओं को ध्यान में रखकर बनाए जाते हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में महिलाएं रोजाना आटा पीसने और घरेलू कामों में घंटों लगाती हैं. अगर उन्हें मुफ्त में सोलर आटा चक्की मिले, तो उनका समय और मेहनत दोनों बच सकता है. भावनात्मक पहलू को टारगेट करके फ्रॉड करने वाले ऐसे झूठे वादे फैलाते हैं. असल में इनका मकसद लोगों से निजी डाटा हासिल करना और बाद में उसका गलत इस्तेमाल करना होता है.
ऐसे मैसेज आने पर क्या करें?
- किसी भी लिंक पर क्लिक न करें.
- हमेशा सरकारी वेबसाइट, मंत्रालय की ऑफिशियल साइट या PIB Fact Check पर जाकर ही जानकारी की पुष्टि करें.
- अपने परिवार और दोस्तों को भी बताएं कि वे ऐसे मैसेज से सावधान रहें.
- अगर गलती से कोई बैंक डिटेल या आधार जानकारी दे दी है, तो तुरंत बैंक से संपर्क करें और साइबर सेल में शिकायत दर्ज कराएं.
पहले भी आ चुकी हैं ऐसी फर्जी स्कीमें
यह पहली बार नहीं है जब इस तरह की स्कीमें वायरल हुई हों. इससे पहले “फ्री सिलाई मशीन योजना”, “फ्री गैस सिलेंडर” और “मुफ्त लैपटॉप योजना” जैसे कई मैसेज सोशल मीडिया पर वायरल हुए थे. बाद में सभी को फर्जी पाया गया.
असली योजनाओं की जानकारी कैसे पाएं?
केंद्र और राज्य सरकारें कई बार वास्तव में महिलाओं और किसानों के लिए लाभकारी योजनाएं लाती हैं. इनकी जानकारी आप सीधे भारत सरकार की आधिकारिक वेबसाइट या राज्य सरकार के पोर्टल पर पा सकते हैं.