लॉटरी लगने के बराबर है इस फसल की खेती, 300 रुपये लगाने पर 20 दिन में होगी 50 हजार की कमाई

ऑयस्टर मशरूम की खेती किसानों और युवाओं के लिए कम लागत में ज्यादा मुनाफा देने वाला बिजनेस है. यह फसल सिर्फ 20-25 दिनों में तैयार हो जाती है और बाजार में इसकी कीमत 400-500 रुपये किलो तक है. सही तकनीक अपनाकर किसान सालाना लाखों रुपये कमा सकते हैं.

Kisan India
नोएडा | Updated On: 1 Nov, 2025 | 05:29 PM

Oyster Mushrooms: अगर अचानक कहीं से बहुत पैसा आ जाए तो लोग अमूमन बोलते हैं कि आपकी लॉटरी लग गई. लेकिन क्या खेती-किसानी में लॉटरी लगना संभव है. आप कहेंगे कि नहीं, लेकिन ऐसा हो सकता है. इसके लिए आपको जल्दी तैयार होने वाली फसल की खेती करनी होगी, ताकि आप जल्द उपच बेचकर अच्छी कमाई कर सकें. दरअसल, आज हम एक ऐसी फसल के बारे में बात करने जा रहें है, जो महज 20 दिनों में तैयार हो जाती है. इसकी बाजार में डिमांड और रेट भी हरी सब्जियों से ज्यादा है. इस फसल का नाम है ऑयस्टर मशरूम. इसकी खेती से देश में लाखों सीमांत किसानों की किस्मत बदल गई है. कई किसान तो लाखों में कमाई कर रहे हैं. अगर आप चाहें तो ऑयस्टर मशरूम की खेती कर सकते हैं. बस आपको नीचे बताए गए तरीकों को अपनाना होगा.

अगर आप कम पूंजी में ज्यादा कमाई का तरीका खोज रहे हैं, तो ऑयस्टर मशरूम की खेती आपके लिए बेहतरीन विकल्प है. होटल, रेस्टोरेंट और सुपरमार्केट में ऑयस्टर मशरूम की खपत लगातार बढ़ रही है. थोड़ी मेहनत और सही तकनीक से किसान या युवा कुछ ही हफ्तों में अपनी आमदनी दोगुनी कर सकते हैं. बस शुरुआत करें और 20 दिनों में कमाई शुरू हो जाएगी. ऐसे देश में कई तरह के मशरूम की खेती होती है, जिनमें ढिंगरी और ऑयस्टर मशरूम  सबसे लोकप्रिय हैं. ऑयस्टर मशरूम को ठंडी और नमी वाली जगहें पसंद होती हैं, इसलिए इसे घर के बंद कमरे या शेड में आसानी से उगाया जा सकता है. इसकी खेती के लिए न तो ज्यादा जगह चाहिए और न ही ज्यादा खर्च, इसलिए छोटे किसान, बेरोजगार युवा और महिलाएं भी इसे अपनाकर अच्छी आमदनी कमा सकते हैं.

इन देशों में है ज्यादा डिमांड

दिलचस्प बात यह है कि ऑयस्टर मशरूम आज दुनिया का दूसरा सबसे लोकप्रिय मशरूम है. जापान, चीन और अमेरिका  जैसे देशों में यह रोजमर्रा के खाने का हिस्सा बन चुका है. अब भारत में भी इसकी मांग तेजी से बढ़ रही है, क्योंकि यह स्वादिष्ट और पोषक तत्वों से भरपूर होता है. इसमें प्रोटीन, आयरन, विटामिन बी और मिनरल्स की भरपूर मात्रा पाई जाती है.

ऐसे करें ऑयस्टर मशरूम की खेती

एक्सपर्ट के अनुसार, ऑयस्टर मशरूम की खेती जुलाई से मार्च के बीच करना सबसे बेहतर होता है. हालांकि, ठंडे इलाकों में इसे सालभर उगाया जा सकता है. इसके लिए किसी बड़े खेत की जरूरत नहीं होती. बस एक कमरा या झोपड़ी जैसी जगह चाहिए, जहां तापमान 20 से 28 डिग्री सेल्सियस और नमी 70 से 80 फीसदी बनी रहे. खास बात यह है कि इसकी खेती शुरू करने से पहले गेहूं या धान का भूसा  तैयार किया जाता है. 10 किलो भूसे को 125 मिली फॉर्मेलिन और 7.5 ग्राम बाविस्टिन मिले पानी में 14 से 16 घंटे तक भिगोकर रखना चाहिए. यह मिश्रण भूसे में मौजूद फफूंदी और कीटाणुओं को खत्म कर देता है.

25 दिनों में तैयार हो जाती है फसल

इसके बाद भूसे को निकालकर अच्छी तरह निथार लें, ताकि वह न बहुत गीला हो और न सूखा. फिर इसे साफ प्लास्टिक की थैलियों (8x12 इंच आकार की) में भरें और चारों तरफ सलाई से छोटे छेद कर दें, ताकि हवा का संचार बना रहे. अब इन थैलियों में मशरूम के बीज,  यानी स्पॉन, को परत-दर-परत भूसे के साथ मिलाएं. एक थैली में लगभग 1 किलो भूसा और 50 ग्राम स्पॉन पर्याप्त होता है. इसके बाद थैली को अच्छी तरह बंद करके अंधेरी, ठंडी और हवादार जगह पर टांग दें या रख दें. करीब 20 से 25 दिनों में सफेद जड़ें (माइसीलियम) पूरी थैली में फैल जाती हैं और मशरूम उगने लगते हैं.

पहली फसल लगभग 22 से 25 दिनों में तैयार हो जाती है, जबकि हर 5 से 7 दिन के अंतराल पर दूसरी और तीसरी फसल भी मिलती है. यानी एक बार तैयार किया गया भूसा 45 से 50 दिनों तक लगातार उपज देता है.

कम खर्च में होगी ज्यादा कमाई

अगर आप 10 किलो भूसे से 20 थैलियां तैयार करते हैं, तो इसमें लगभग 300 से 400 रुपये का खर्च आता है. हर थैली से औसतन 4 से 5 किलो गीला मशरूम तैयार होता है. यानी कुल 100 किलो मशरूम का उत्पादन  संभव है. बाजार में ऑयस्टर मशरूम की कीमत 400 से 500 रुपये प्रति किलो होती है, जिससे किसान 40,000 से 50,000 रुपये तक की कमाई कर सकते हैं. अगर इसे लगातार 4 से 5 बार उगाया जाए, तो सालाना लाखों रुपये तक का मुनाफा कमाया जा सकता है.

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Published: 1 Nov, 2025 | 05:26 PM

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