अगले 3 दिन आंधी-बारिश और बिजली गिरने का अलर्ट, किसानों को कृषि सलाह जारी

उत्तर प्रदेश के प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, आजमगढ़ और लखनऊ समेत 20 जिलों में तेज आंधी-बारिश और ओलावृष्टि के बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है.

नोएडा | Updated On: 5 May, 2025 | 01:08 PM

उत्तर प्रदेश मौसम विभाग ने राज्य के प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, आजमगढ़ और लखनऊ समेत 20 जिलों में तेज आंधी-बारिश और ओलावृष्टि के बिजली गिरने की चेतावनी दी गई है. मौसम विभाग ने कहा है कि अगले 7 दिनों तक राज्य के अलग-अलग हिस्सों में मौसम में तेज बदलाव देखा जा सकता है. किसानों को कृषि सलाह जारी करते हुए मौसम विभाग ने फसलों को खेतों से उठाने और अनाज को ढंकने की सलाह दी है. इसके साथ ही पशुओं का खास खयाल रखने को कहा है. जबकि, आंधी-बारिश के दौरान खेतों में काम नहीं करने के साथ छायादार जगहों पर रहने का सुझाव दिया गया है.

इन जिलों में आंधी-बारिश की चेतावनी

उत्तर प्रदेश मौसम विभाग ने कहा है कि आज 5 मई को 20 जिलों में बारिश और आंधी आने की संभावना है. जबकि, अगले 5 दिन भी मौसम खराब रहने की आशंका जताई गई है. लखनऊ स्थित मौसम विभाग के अनुसार प्रयागराज, कौशांबी, फतेहपुर, वाराणसी, मिर्जापुर, आजमगढ़, गाजीपुर, जौनपुर, गोरखपुर, देवरिया, कुशीनगर और लखनऊ के लिए चेतावनी जारी की गई है. इन इलाकों में बिजली गिरने की भी संभावना है. इसलिए लोगों से सतर्क रहने की अपील की गई है.

फसल उठाने और पशुओं के लिए सलाह जारी

मौसम विभाग ने दिनांक 5, 6, 7 मई 2025 के लिए मौसम का पूर्वानुमान जारी करते हुए कहा कि उत्तर प्रदेश के कुछ इलाकों में आंधी, तूफान, बारिश के साथ ओला गिरने की संभावना जताई जा रही है. साथ ही आकाशीय बिजली गिरने की भी संभावना है. किसानों से अनुरोध है अपना और अपनी फसल का ध्यान रखें. जिस खेत में जल भराव की समस्या हो वहां जल निकासी का उचित प्रबंध कर दें, नहीं तो फसल खराब होने की संभावना है. मौसम खराब होने की अवस्था में खुले में निकलने से बचें. जबकि, पशुओं को शेड और सुरक्षित स्थानों पर रखने की सलाह दी गई है.

गेहूं के गट्ठर सुखाकर मढ़ाई करें किसान

बारिश के कारण खड़ी फसलें भीगने पर उन्हें अच्छी तरह सुखाने के बाद ही मढ़ाई करें. बारिश के कारण गेहूं समेत अन्य खड़ी फसलें खराब हो जाती है और फूल जाते हैं. इससे फसलों को काफी नुकसान होता है. बारिश के कारण जलभराव हो जाता है. जिससे फसलें खराब हो जाती हैं और फसल को काफी नुकसान होता है.

केले और पपीते के खेतों से पानी निकाल दें किसान

जलजमाव के स्थिति में खड़ी फसल से अत्यधिक पानी निकाल दें. बारिश और जल भराव होने से रोपी गई या बोये गए बीज सड़ जाते हैं. बारिश और जलभराव के कारण केले और पपीते के बागों में ये गिरकर सूख जाते हैं जिससे उत्पादन पर काफी असर पड़ता है. इसलिए बारिश का पानी खेत से निकाल दें

Published: 5 May, 2025 | 12:53 PM